Wrestlers Protest:पंचायत लेगी धरने पर फैसला, पहलवानों ने रणनीति के लिए दो समितियों का किया गठन – Wrestlers Protest Panchayat Will Decide On Strike Wrestlers Formed Two Committees For Strategy
जंतर-मंतर पर पहलवानों का प्रदर्शन
– फोटो : सोशल मीडिया
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भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे पहलवानों ने आगे की रणनीति के लिए दो समितियों का गठन किया है। यही नहीं सात मई को धरने पर फैसला लेने और आगे की रणनीति तैयार करने के लिए समर्थकों और समाज से जुड़े लोगों की पंचायत बुलाई गई है। धरने को संचालित करने और इसका भविष्य निर्धारित करने के लिए 31 सदस्यीय समिति गठित की गई है, जबकि पहलवानों की कुश्ती गतिविधियों पर फैसला लेने के लिए नौ सदस्यीय समिति गठित हुई है। धरने पर बैठे बजरंग के अनुसार 31 सदस्यीय समिति में वे खुद नहीं हैं। इसमें धरने को समर्थन दे रहे खाप, पंचायतों, किसान, मजदूर और छात्र संगठनों के सदस्य हैं।
पंचायत का फैसला होगा स्वीकार
बजरंग ने कहा कि सात मई को बड़ी संख्या में उनके समर्थक धरना स्थल पर आ रहे हैं और वे यहां पर पंचायत करेंगे। इस पंचायत में जो भी फैसला होगा उन्हें स्वीकार होगा। उनके लिए समाज से बढ़कर कुछ नहीं है। अगर समाज और देश उनसे धरना स्थल को खाली करने के लिए कहेगा तो वे यहां से उठ जाएंगे। बजरंग ने कहा कि जब जनवरी में उन्होंने धरना दिया था तो इसके पीछे उनका दिमाग था, लेकिन अब इसके पीछे समाज के कई वरिष्ठजन और समर्थक हैं, लेकिन इनका राजनीतिक पार्टियों से कोई लेना-देना नहीं है। बजरंग ने समिति सदस्यों का नाम बताने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि इसकी घोषणा वह एक से दो दिन में करेंगे।
पीएम, गृहमंत्री से संज्ञान लेने की अपील
बजरंग ने कहा कि धरने के पहले दिन से उनकी मांग न्याय की है। कुछ लोग इसे जाति और राजनीतिक पार्टियों का रंग देना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। बजरंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अपील की कि वे इस मामले का संज्ञान लेें और हमें सलाह दें कि उन्हें क्या करना चाहिए। उन्होंने कहा कि धरने पर भाजपा सदस्यों का भी स्वागत है। उन्हें सिर्फ न्याय मिल जाए, वे तुरंत धरना समाप्त कर देंगे। बजरंग ने कहा कि कई भाजपा सदस्य उनके धरने का समर्थन कर रहे हैंं, लेकिन वे यहां नहीं आ रहे हैं।
सभी के दर्ज हुए बयान
बजरंग ने बताया कि सभी शिकायतकर्ताओं के सीआरपीसी की धारा 161 के तहत बयान दर्ज हो चुके हैं। अब सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज किए जाने बाकी हैं। विनेश कानूनी पक्ष को देख रही हैं और वही कानूनी टीम के साथ बातचीत कर रही हैं। अभी हमने निचली अदालत या फिर हाईकोर्ट जाने के बारे में फैसला नहीं लिया है। इस पर उनकी कानूनी टीम जो सलाह देगी वह करेंगे, लेकिन वह चाहते हैं कि अदालत की निगरानी में इस मामले की जांच की जाए।
खेल मंत्री के बयान से नाखुश
बजरंग ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की ओर से दिए गए बयान पर नाखुशी जताते हुए कहा कि वह जब उनसे मिले थे और अपनी व्यथा सुनाई थी तब उन्होंने खिलाडिय़ों को प्राथमिकता देने की बात की थी। उन्होंने हमें आश्वासन दिया था कि वह खुद इस मामले में एफआईआर दर्ज कराएंगे। बजरंग ने पहलवानों के एशियाई खेलों में खेलने के बारे में कहा कि अगर स्थितियां ऐसी ही रहीं तो उन्हें नहीं लगता है कि वे एशियाई खेलों के ट्रायल में शिरकत कर पाएंगे। वह पहले ही कह चुके हैं कि एशियाई खेलों के पदक से कहीं बड़ा उन्हें इस मामले में न्याय मिलना है।
इंसाफ नहीं मिला तो सारे पदक वापस कर दूंगा : महावीर फोगाट
प्रदर्शनकारी पहलवानों के समर्थन में आए द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच महावीर सिंह फोगाट ने शुक्रवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए धमकी दी कि इंसाफ नहीं मिलने पर वह अपने पदक वापस कर देंगे। महावीर फोगाट पहलवान गीता और बबीता फोगाट के पिता और विनेश के चाचा हैं।
महावीर फोगाट ने कहा, अगर इस मामले में इंसाफ नहीं मिला तो मैं अपने पदक वापिस कर दूंगा। उन्होंने कहा, भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर जिस तरह के आरोप हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए और उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए। तीन साल पहले भाजपा से जुड़े फोगाट से पूछा गया कि क्या उन्होंने सरकार से बात की है या पार्टी के स्तर पर मसला उठाया है, उन्होंने कहा, ऐसी कोई बात नहीं हुई है। प्रदर्शनकारी पहलवानों ने भी पद्मश्री समेत अपने पदक और पुरस्कार लौटाने की धमकी दी है। इस बीच हरियाणा में कई खापों ने भी प्रदर्शनकारी पहलवानों का समर्थन किया है। हिसार, भिवानी, जिंद और रेाहतक में कई खाप ने पहलवानों के समर्थन में प्रदर्शन किए।