‘द कश्मीर फाइल्स’ बनाकर सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरने वाले डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री इन दिनों अपने बयान को लेकर चर्चाओं में हैं। डायरेक्टर को फिल्मों, फिल्ममेकर्स और एक्टर्स पर अपने बेबाक विचार साझा कर लाइमलाइट बटोरते देखा जाता है। विवेक कभी भी टिप्पणियों से या किसी की निंदा करने से नहीं कतराते। ‘आदिपुरुष’ विवाद के बीच उन्होंने कहा था, ‘लोगों की आस्था को हिलाने की कोशिश करना, और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाना पाप है।’ अब हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने ‘महाभारत’ का निर्देशन करने की अपनी इच्छा के बारे में बात की।
इतना ही नहीं, विवेक अग्निहोत्री से एसएस राजामौली की ‘महाभारत’ को लेकर भी सवाल पूछा गया, जिस पर वह कटाक्ष करते नजर आए। एक बातचीत के दौरान, विवेक अग्निहोत्री ने ‘महाभारत’ को पौराणिक प्रारूप में नहीं बनाने के बारे में अपनी राय साझा की और कहा, ‘अगर मुझे महाभारत का इलाज करना है, जो कि मैं निश्चित रूप से करूंगा, तो इसे बनाना मेरी किस्मत में है, मैं इसे इतिहास की तरह मानूंगा।’
विवेक ऐसी फिल्म नहीं बनाना चाहते जो जीवन से भी बड़ी छवि पेश करे। साथ ही उन्होंने साझा किया कि वह करण जौहर की तरह अनावश्यक रूप से सैकड़ों करोड़ रुपये बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘उद्देश्य यह है…यह धर्म बनाम अधर्म की सबसे सुंदर महाकाव्य कथा है। पन्ने के हर मोड़ पर धर्म और अधर्म के बीच सीखने लायक एक सबक है। मेरी फिल्म को यह बताना चाहिए। मेरी फिल्म अर्जुन या भीम और उन सभी चीजों का महिमामंडन करने के लिए नहीं है। मैं बॉलीवुड के सोचने के तरीके को जानता हूं, वे जो करना चाहते हैं मैं वह नहीं करना चाहता। मैं धर्म और अधर्म का संदेश देना चाहता हूं। उस तमाशे को करने के लिए मैं अनावश्यक रूप से सैकड़ों-सैकड़ों करोड़ क्यों खर्च करूं, बर्बाद करूं? बहुत सारे लोग हैं, आपके पास इस तरह की फिल्में बनाने के लिए करण जौहर हैं, मुझे ऐसा क्यों करना चाहिए?’