ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर सेंसरशिप सिस्टम लाने के फैसले से एक नई बहस का मुद्दा छिड़ गया है। कुछ लोगों का मानना है कि सेंसरशिप से शो और फिल्मों में अपमानजनक भाषा और अश्लीलता पर नकेल कसने में मदद मिलेगी। हालांकि, इस बहस पर अब बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। साथ ही इस विचार से नाखुश नजर आए हैं।
‘हेरा फेरी’ स्टार का मानना है कि यह तय करना मुश्किल है कि ओटीटी प्लेटफार्म्स पर क्या सेंसर किया जाए और क्या छोड़ा जाए। सुनील शेट्टी ने यह भी कहा कि कंटेंट डालते समय हर किसी को नैतिक रूप से जिम्मेदार होना चाहिए। एक बातचीत में सुनील ने मुद्दे पर अपने विचार साझा करते हुए कहा, ‘आज की दुनिया में, हर चीज में एक बहुत पतली रेखा होती है। उदाहरण के लिए, अगर आप कबाड़ बेचने के क्षेत्र में सेंसरशिप न होने का फायदा उठा रहे हैं, तो यह उचित नहीं है। जब उम्र और सामग्री की बात आती है तो प्रतिबंध बहुत अधिक होने चाहिए।’
नैतिक रूप से जिम्मेदार होने के बारे में आगे बात करते हुए सुनील शेट्टी ने कहा, ‘हम एक ऐसे बैकग्राउंड से आते हैं, जहां परिवार बहुत मायने रखता है और समाज भी। किसी को नुकसान न पहुंचे यह बहुत मायने रखता है। हमें मेकर्स और एक्टर्स के रूप में इसके बारे में सचेत रहना होगा।’