सूडान में तख्तापलट के लिए मिलिट्री और बागी पैरामिलिट्री रेपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच हिंसा जारी है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस लड़ाई में 180 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं। वहीं करीब 1800 लोग घायल हुए हैं। इतना ही नहीं, सूडान में यूरोपीय संघ के राजदूत ऐडन ओ’हारा पर भी हमला किया गया। हालांकि अभी इस बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं सामने आई है।
आयरिश विदेश मंत्री माइकल मार्टिन ने बताया कि खार्तूम में यूरोपीय संघ के राजदूत ऐडन ओ’हारा पर सोमवार को उनके घर में हमला किया गया है। वहीं उन्होंने इस हमले को राजनयिकों की सुरक्षा के दायित्वों का घोर उल्लंघन बताया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजदूत को कितनी चोटें आई हैं इसका विवरण उन्होंने नहीं दिया है।
गौरतलब है, सूडान पर नियंत्रण को लेकर देश की सेना तथा एक शक्तिशाली अर्द्धसैनिक बल के बीच सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी संघर्ष जारी रहा था। सूडान में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि वोल्कर पर्थेस ने बताया कि इस संघर्ष में अब तक 180 लोग मारे जा चुके हैं। वहीं 1800 से अधिक नागरिक और लड़ाके घायल हुए हैं। खार्तूम के 50 लाख लोग बिजली और पानी के लिए परेशान हैं।
लड़ाई बंद करने का आहृवान
इस बीच, हिंसा समाप्त करने के लिए सूडान पर कूटनीतिक दबाव बढ़ रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री, संयुक्त राष्ट्र महासचिव, यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख, अरब लीग के प्रमुख और अफ्रीकी संघ आयोग के प्रमुख सहित शीर्ष राजनयिकों ने दोनों पक्षों से लड़ाई बंद करने का आहृवान किया।
सूडान पर नियंत्रण को लेकर है लड़ाई
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा कि वह अरब लीग, अफ्रीकी संघ और क्षेत्र के नेताओं के साथ बात कर रहे हैं और संघर्ष खत्म करने के लिए आग्रह कर रहे हैं। बता दें कि सूडानी सेना ने अक्टूबर 2021 में तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था और तब से वह एक संप्रभु परिषद के माध्यम से देश चला रही है। सूडान पर नियंत्रण को लेकर देश की सेना और एक शक्तिशाली अर्द्धसैनिक बल के बीच सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी संघर्ष जारी रहा और पिछले 3 दिन में इस संघर्ष में 180 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
तीन घंटे संघर्ष रोकने पर जताई थी सहमति
इससे पहले लोकतंत्र समर्थक समूह ‘सूडान डॉक्टर्स सिंडिकेट’ ने सोमवार को 97 मौतों की पुष्टि करते हुए बताया कि इस संघर्ष में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। देश की सेना और उसके पूर्व साझेदार एवं अब प्रतिद्वंद्वी ‘रैपिड सपोर्ट फोर्स समूह’ (आरएसएफ) के बीच महीनों के तनाव के बाद यह संघर्ष हुआ है। अब्दुल फतह अल बुरहान के नेतृत्व वाली सेना ने एक बयान में आरएसएफ के साथ वार्ता से इन्कार करते हुए इसे भंग करने की बात कही और इसे ‘बागी मिलिशिया’ करार दिया है। वहीं, अर्द्धसैनिक समूह ‘आरएसएफ’ ने सशस्त्र बलों के प्रमुख को ‘अपराधी’ बताया है। दोनों पक्षों ने मानवीय आधार पर 3 घंटे संघर्ष रोकने पर सहमति जताई थी, लेकिन हिंसा नहीं रुकी।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की कार्यकारी निदेशक सिंडी मैक्केन ने कहा था कि सुरक्षा स्थिति को देखते हुए सूडान में फिलहाल सभी ऑपरेशन लंबित रहेंगे। उन्होंने कहा- “डब्ल्यूएफपी गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे सूडानी लोगों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। अगर यहां हमारी टीमों की सुरक्षा की गारंटी नहीं है तो हम यहां कार्य नहीं कर सकते हैं। सभी पक्षों को एक समझौता पर आना होगा, जो मानवीय कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।”