Simratt Kaur Interview:अनिल शर्मा के बारे में ही नहीं जानती थी गदर 2 की हेरोइन, बातचीत में किए दिलचस्प खुलासे – Simratt Kaur Interview Sunny Deol Utkarsh Sharma Film Gadar 2 Actress Did Not Know About Anil Sharma

निर्माता-निर्देशक अनिल शर्मा की फिल्म ‘गदर 2’ में अभिनेत्री सिमरत कौर को बहुत बड़ा मौका मिला है। इस फिल्म में वह उत्कर्ष शर्मा की हीरोइन बनी हैं। सिमरत कौर मुंबई के केसी कॉलेज से कम्प्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद आगे की पढाई के लिए ऑस्ट्रेलिया जाना चाहती थीं, लेकिन अपनी मम्मी रंजीता कौर के सुझाव पर उन्होंने फिल्मों में कदम रखा। सिमरत कौर अपने आपको काफी भाग्यशाली मानती हैं कि हिंदी सिनेमा में उनकी शुरुआत ‘गदर 2’ जैसी फिल्म से हो रही है। अमर उजाला से खास बातचीत के दौरान सिमरत कौर ने फिल्म ‘गदर 2’ से जुड़े दिलचस्प किस्से शेयर किए।
आपके एक्टिंग करियर की शुरुआत कैसे हुई?
मेरी शुरुआत कैडबरी के प्रिंट विज्ञापन से साल 2017 में हुई। उस ऐड की वजह से साउथ की तेलुगू फिल्म ‘प्रेमाथो मी कार्तिक’ में काम करने का ऑफर मिला। मेरी मम्मी रंजीत कौर और पापा मनमोहन सिंह के अंदर खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे मेरे पैरेंट्स का शुरुआती दिनों से ही सहयोग मिला।
फिर हिंदी सिनेमा में आपकी शुरुआत फिल्म ‘गदर 2’ से कैसे हुई?
कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने मुझे इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजा ऑडिशन के लिए। मेरा ऑडिशन देखने के बाद मुकेश छाबड़ा ने कहा कि तुम इंतजार करो, इंतजार करोगी तो बहुत आगे तक जाओगी। कुछ दिनों के बाद उन्होंने ऑडिशन के लिए एक स्क्रिप्ट भेजी, लेकिन यह नहीं बताया कि यह ‘गदर 2’ के लिए है और फिर मुझे इंतजार करने को कहा।
कितना इंतजार करना पड़ा आपको ‘गदर 2’ के लिए?
तीन साल! उन्होंने कहा था कि राइट टाइम आएगा तो सही काम मिलेगा। इस बीच साउथ के बड़े -बड़े प्रोडक्शन हाउसेज से कॉल आते थे. लेकिन काम किसी ने नहीं दिया। मुकेश छाबड़ा ने ’गदर 2’ के लिए एक और ऑडिशन लिया और उन्होंने मुझे ‘गदर 2’ की लोकेशन पर भेज दिया लेकिन मुझे बताया नहीं गया कि किस फिलम् की लोकेशन पर ले जाया जा रहा है। मैंने वहां भी जाकर ऑडिशन दिया, लेकिन मुझे तब तक नहीं पता था कि मैं ऑडिशन दे किस रोल के लिए रही हूं। वहां सभी बहुत व्यस्त थे और उसके बाद मैं मुम्बई आ गई।
पालनपुर से मुंबई आने के बाद फिर क्या हुआ?
20 दिनों तक मेरे पास कोई कॉल नहीं आया तो मुझे लगा कि बात नहीं बनी। अनिल शर्मा जी पालनपुर से शेड्यूल खत्म करके मुम्बई आये तो मुझे फिर से बुलावा आया कि ऑफिस आ जाओ ऑडिशन के लिए। एक दिन अनिल सर के पास मैं ऑफिस में गई और उनसे ही पूछ लिया कि सर क्या हुआ? ये लोग अभी भी और लड़कियों को देख रहे हैं। फिर उन्होंने मिठाई मंगवाई और मुझे खिलाकर बोले जाओ तुम सेलेक्ट हो गई।