Ram Mandir:उद्घाटन में विपक्ष के इन नेताओं को नहीं बुलाएगा ट्रस्ट, मुख्यमंत्रियों को भी नहीं मिलेगा मौका – Ram Mandir In Ayodhya Inauguration Trust Will Not Invite These Opposition Leaders Cm Also Not Invited
राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में देश विदेश से आएंगे मेहमान
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन को लेकर जोर शोर से तैयारियां की जा रही हैं। राम मंदिर के ऐतिहासिक उद्घाटन कार्यक्रम में देश-विदेश के बड़े-बड़े गणमान्य लोगों को बुलाए जाने की भी योजना है। देश के प्रमुख विपक्षी दलों के कई शीर्ष नेताओं को भी उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया जाएगा लेकिन निमंत्रण देने से पूर्व ट्रस्ट इस बात को सुनिश्चित कर लेना चाहेगा कि जिन नेताओं को निमंत्रण भेजे जाएं, वे कार्यक्रम में अवश्य पहुंचें। निजी व्यस्तता या किसी अन्य कारण से जो लोग नहीं आ सकेंगे, उन्हें निमंत्रण नहीं दिया जाएगा।
गृभगृह के पास होगी मेहमानों के बैठने की व्यवस्था
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सूत्रों के अनुसार, राम मंदिर के उद्घाटन के समय कोई बड़ा मंच नहीं बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कुछ गणमान्य व्यक्तियों के लिए सीमित मात्रा में कुर्सियों की व्यवस्था की जाएगी। शेष मेहमान सामने बने पांडाल कक्ष में होंगे। गर्भगृह के पास लगभग पांच हजार कुर्सियों की व्यवस्था होगी। ऐसे में ट्रस्ट केवल उन्हीं लोगों को निमंत्रण भेजेगा जो कार्यक्रम में उपस्थित होंगे।
सुरक्षा कारणों से ज्यादा मुख्यमंत्रियों को न बुलाने की योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति और उद्घाटन का बेहद महत्वपूर्ण अवसर होने के कारण इस अवसर पर पूरे अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था बेहद चुस्त रहेगी। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए एसपीजी के जवान पूरे परिसर की सुरक्षा को पहले ही अपने कब्जे में ले लेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस अवसर पर मौजूद होंगे और सुरक्षा का पूरा जायजा लेंगे। इस अवसर पर ज्यादा हाई प्रोफाइल मेहमानों के आने से लोगों के आवागमन और सुरक्षा की व्यवस्था पर असर पड़ सकता है। यही कारण है कि उद्घाटन कार्यक्रम में किसी बाहरी राज्य के मुख्यमंत्री को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाएगा। सामान्य तौर पर किसी राज्य के मुख्यमंत्री के आने पर जिलाधिकारी को सूचना दी जाती है और जिलाधिकारी अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ उक्त मुख्यमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं। लेकिन इतने बड़े कार्यक्रम में पूरी सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए किसी दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री को कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाएगा।