भारतीय सिनेमा दौर कैसा भी रहा हो, संगीत के बगैर अधूरा ही रहता है। फिल्मों की सफलता ने दशकों से संगीत का बहुत ही बड़ा योगदान रहा है। जब से बोलती फिल्मों का दौर शुरू हुआ तब से हिंदी फिल्मो से संगीत का अटूट नाता बन गया और वह नाता आज भी बना बना हुआ है। जिस दौर में नौशाद, सी रामचंद्र, अनिल बिस्वास, चित्रगुप्त जैसे धुरंधर संगीत निर्देशक फिल्मों में अकेले ही संगीत दिया करते थे, उस दौर में भी संगीतकार जोड़िया संगीत के क्षेत्र में अपना परचम लहराती रही। आइएं जनाते हैं 50 के दशक से लेकर अब तक की 10 मशहूर संगीतकार जोड़ियों के बारे में, जिन्होंने हर दशक में अपने संगीत का जादू बिखेरा है..
सौरभ-वैभव
संगीतकार के तौर पर सौरभ और वैभव की जोड़ी ने अपने करियर की शुरुआत साउथ की फिल्मों से की। हिंदी फिल्मों में इस जोड़ी को सबसे बड़ी सफलता फिल्म ‘सोनू की टीटू की स्वीटी’ मिली। इस फिल्म का गीत ‘स्वीटी स्लो ली स्लो ली’ खूब लोकप्रिय हुआ और इस गीत के लिए उन्हें बेस्ट म्यूजिक का आईफा अवार्ड मिला था। इन दिनों सौरभ-वैभव अपनी आगामी फिल्म ‘लव ऑल’ के गानों को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में सोनू निगम, पेपोन और जुबिन नौटियाल जैसे गायकों ने गीत गाए हैं। फिल्म ‘लव ऑल’ 25 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होगी ।
सलीम-सुलेमान
संगीतकार सलीम-सुलेमान को सबसे पहला मौका मनोज बाजपेयी की फिल्म ‘घात’ मे मिला। ‘घात के रंग’ साउंड ट्रैक के बाद सलीम-सुलेमान को पहचान राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘भूत’ से मिली। इस फिल्म के नौ गानों में से तीन गानों के संगीत की रचना सलीम-सुल्तान ने की थी। इस फिल्म के बाद सलीम – सुलेमान की जोड़ी ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। ‘चक दे इंडिया’, ‘आजा नचले’, ‘फैशन’, ‘रब ने बना दी जोड़ी’, ‘मर्दानी’ और ‘कुली नंबर वन’ जैसी कई हिट फिल्मों के संगीत की रचना ये जोड़ी अब तक कर चुकी है।
साजिद-वाजिद
संगीतकार साजिद-वाजिद की जोड़ी ने फिल्मों में संगीत निर्देशन की शुरुआत सलमान खान की फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ से की। दोनों ने अपने फिल्में करियर में ज़्यादतर सलमान खान की ही फिल्मों में संगीत दिया है जिसमें ‘तुमको ना भूल पाएंगे’, ‘तेरे नाम’, ‘गर्व’, ‘मुझसे शादी करोगे’, ‘पार्टनर’, ‘वॉन्टेड’, ‘वीर’, एक था टाईगर’ और ‘दबंग’ जैसी कई फिल्में शामिल हैं। ‘फिल्म’ दबंग के लिए इस संगीतकार जोड़ी को फिल्मफेयर पुरस्कर से सम्मानित किया गया था । 31 मई 2020 को वाजिद अली दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई और यह जोड़ी टूट गई ।
विशाल-शेखर
हिंदी सिनेमा के संगीत के इतिहास में विशाल-शेखर की जोड़ी सबसे सफल संगीतकारों में से है। विशाल-शेखर ने संगीतकार के तौर पर अपने करियर की शुरुआत मंदिरा बेदी के पति राज कौशल के निर्देशन में बनी फिल्म ‘प्यार में कभी कभी’ से की। इस फिल्म से राजेश खन्ना की छोटी बेटी रिंकी खन्ना ने हिन्दी सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत की थी । विशाल-शेखर की जोड़ी ने लगभग 350 से अधिक फिल्मों मे संगीत दिया है, जिनमें ‘ओम शांति ओम’, ‘द डर्टी पिक्चर’, ‘चेन्नई एक्सप्रेस’, ‘सुल्तान’, ‘टाइगर जिंदा है’ और ‘पठान’ जैसी हिट फिल्में शामिल हैं ।