मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न करके घुमाने का मामला सामने आया है। घटना सामने आने के बाद से विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर हो रहा है। उसका कहना है कि मोदी सरकार ऑल इज वेल का दिखावा कब बंद करेगी। वहीं, भाजपा के नारी शक्ति के दावों को खोखला बताया।
न्याय तभी होगा जब सीएम हटेंगे: AIMIM
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री को दो महीने के बाद ख्याल आया कि मणिपुर में हिंसा हो रही है। अब पीएम को वीडियो पर प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि यह अब वायरल हो गया है। वहां नरसंहार हो रहा है। न्याय तभी होगा जब सीएम को हटाया जाएगा और पीएम सीबीआई जांच के आदेश देंगे।
क्या ऐसे बचाएंगे बेटियां: सिब्बल
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि हमें शर्म से सिर झुका लेना चाहिए कि हमारे देश में ऐसा हो रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने आज सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद बयान दिया। उन्होंने पूछा कि गृह मंत्री चुप क्यों हैं? क्या हुआ ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’? क्या ऐसे बचाएंगे बेटियां?
भयावह घटना को 77 दिन बीते: जयराम रमेश
कांग्रेस ने गुरुवार को केंद्र की आलोचना की और पूछा कि नरेंद्र मोदी सरकार ‘सब ठीक है’ की तरह व्यवहार करना कब बंद करेगी। साथ ही यह भी जानना चाहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को कब बदला जाएगा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मणिपुर में बड़े पैमाने पर भड़की हिंसा को 78 दिन, जबकि महिलाओं को नग्न करके घुमाने और कथित तौर पर दुष्कर्म की भयावह घटना को 77 दिन हो गए हैं। रमेश ने आगे कहा कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए हुए दो महीने से ज्यादा हो गए हैं और अपराधी अभी भी पकड़ से बाहर हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में इंटरनेट बंद होने के कारण देश के लोगों का जरा भी अंदाजा नहीं था कि मणिपुर में इतनी भयानक घटना घटी है। उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल क्षमा किए जाने योग्य नहीं है कि महिला एवं बाल विकास मंत्री ने मणिपुर के सीएम से बात करने या मामले पर बयान देने के लिए 76 दिनों तक इंतजार किया।
कांग्रेस नेता ने आगे सवाल करते हुए कहा कि क्या केंद्र सरकार, गृह मंत्री या प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी नहीं थी? मोदी सरकार ऑल इज वेल का दिखावा कब बंद करेगी? मणिपुर के मुख्यमंत्री को कब हटाया जाएगा? ऐसी और कितनी घटनाओं को दबाया गया है? उन्होंने कहा कि आज से मानसून सत्र शुरू हो रहा है। इस मामले में INDIA जवाब मांगेगा। रमेश ने आगे कहा कि चुप्पी तोड़िए प्रधानमंत्री जी।
चुप्पी ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेला: राहुल
वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री की चुप्पी और निष्क्रियता मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया। भारत के विचारों पर हमले किए जा रहे हैं, इंडिया चुप नहीं रहेगा। हम मणिपुर की जनता के साथ है। हम उनके साथ खड़े हैं। शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।
हिंसक घटनाओं पर आंखें क्यों मूंदी: प्रियंका
कांग्रेस वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसाओं की तस्वीरें दिल दहला देने वाली है। हम सभी को एक स्वर में हिंसा की निंदा करनी चाहिए। प्रधानमंत्री जी, केंद्र सरकार ने मणिपुर की हिंसक घटनाओं पर आंखें क्यों मूंद ली हैं? क्या ऐसी तस्वीरें और हिंसक घटनाएं उन्हें परेशान नहीं करतीं?
भाजपा के नारी शक्ति का दाव खोखला: टीएमसी
टीएमसी ने ट्वीट करते हुए कहा कि मणिपुर से खून-खराबे के दृश्य सामने आए हैं। यहां दो महिलाओं को नग्न अवस्था में घुमाया गया। पुरुषों के एक बड़े समूह ने यौन उत्पीड़न किया। केंद्र को तथ्य-खोज टीमों और आयोगों को मणिपुर भेजने से कौन रोक रहा है? डब्ल्यूसीडी मंत्री अभी भी इस मामले पर चुप क्यों हैं? भाजपा पर हमला करते हुए टीएमसी ने कहा कि अगर मणिपुर की महिलाओं के लिए न्याय सुनिश्चित नहीं कर सकते तो भाजपा के नारी शक्ति का दाव खोखला है।
पीएम 78 दिनों की चुप्पी तोड़ें: कल्याण बनर्जी
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने पीएम मोदी से आग्रह किया कि वह अपनी 78 दिनों की चुप्पी तोड़ें और मणिपुर की जनता के साथ खड़े हों।
पीएम मणिपुर के हालातों पर ध्यान दें: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मणिपुर की वारदात बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। भारतीय समाज में इस तरह की घिनौनी हरकत बर्दाश्त नहीं की जा सकती। मणिपुर के हालात बेहद चिंताजनक बनते जा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की कि वे मणिपुर के हालातों पर ध्यान दें। दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें। भारत में ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
मणिपुर में मानवता मरी: खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मणिपुर में मानवता मर गई है। राज्य के सामाजिक ताने-बाने को बर्बाद करके मोदी सरकार और भाजपा ने लोकतंत्र को भीड़तंत्र बना दिया है। नरेंद्र मोदी भारत आपकी चुप्पी को कभी माफ नहीं कर पाएगा। खरगे ने कहा कि आपके अंदर अंतरआत्मा की आवाज और सरकार में शर्म बची हो तो आपको मणिपुर के मुद्दे पर संसद में बोलना चाहिए। राज्य और केंद्र में खुद की नाकामियों के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराने की बजाय आपको देश को बताना चाहिए कि मणिपुर में हुआ क्या है। उन्होंने पीएम से कहा कि आप अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। ऐसे मुश्किल वक्त में हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं।