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Made In Heaven 2:अनुराग कश्यप की ‘अवसरवादी’ वाली टिप्पणी पर याशिका दत्त ने दिया जवाब, मेकर्स पर लगाए नए आरोप – Made In Heaven 2 Yashica Dutt Reacts To Anurag Kashyap Opportunist Remark Allegations On Alankrita Shrivastava

हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज ‘मेड इन हेवन 2’ विवादों में घिरी हुई है। दरअसल, दलित लेखिका याशिका दत्त और डिजाइनर तरुण तहिलियानी ने सीरीज के निर्माताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि सीरीज में उन्हें क्रेडिट दिए बिना उनके काम का गलत इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद अनुराग कश्यप निर्माताओं के बचाव में आए थे और उन्होंने याशिका को लताड़ लगाते हुए ‘अवसरवादी’ बताया था। अब याशिका ने अनुराग की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है और अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव पर नए आरोप भी लगाए हैं।
दरअसल, अनुराग कश्यप ‘मेड इन हेवन 2’ के निर्माताओं के बचाव में सामने आए थे और याशिका दत्त को उनके काम का इस्तेमाल करने या उन्हें उचित श्रेय नहीं देने के विवाद के बीच अवसरवादी कहा है। अनुराग ने कहा कि वह जिन लोगों की परवाह करते हैं, अगर उन पर कोई कटाक्ष या निजी हमला करता है तो वह चुप नहीं बैठते हैं। अनुराग ने याशिका के मकसद पर सवाल उठाते हुए कहा था, ‘क्या यह वाकई इतना बड़ा मुद्दा है कि इसपर कोई भी बहस कर सकता है। अगर, यह वाकई इतना बड़ा मुद्दा है तो आप उस दूसरे व्यक्ति पर हमला क्यों कर रही हैं या फिर मुझे यह कहना चाहिए कि आप ऐसे ही किसी अवसर की तलाश में थीं, जिससे आप सामने वाले को नीचा दिखा सकें।’
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याशिका ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, ‘एक एपिसोड पर स्वीकृति की मेरी विनम्र मांग के जवाब में एमआईएच के निर्माताओं ने एक शत्रुतापूर्ण बयान दिया और इसे ‘भ्रामक’ कहा। क्या यह भी भ्रामक था, जब अलंकृता श्रीवास्तव, जो शो की लेखिका और निर्देशक हैं। उन्होंने 15 जुलाई, 2022 को न्यूयॉर्क में मेरे साथ एक बैठक का अनुरोध किया, जो पांच घंटे तक चली? जहां उन्होंने मुझसे मेरी जिंदगी के बारे में सब कुछ पूछा, लेकिन अपने इरादों के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।’
उन्होंने कहा, ‘इन सवर्ण सत्ता संरचनाओं में अपनी जगह बनाने के लिए नीरज घेवान के संघर्ष के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है, लेकिन मैं उनसे कभी नहीं मिली या उन्हें अपनी कहानी नहीं बताई। मेरी मुलाकात अलंकृता श्रीवास्तव से हुई। यह स्थिति हमें एक-दूसरे के खिलाफ खड़े कर रही है, जबकि नीरज घेवान को मेरी कहानी की चोरी के लिए सार्वजनिक रूप से जवाबदेह बनाया जा रहा है। मुझे उम्मीद है कि यह क्षण एक सबक है कि हमारी कहानियां बिना श्रेय या अनुमति के लेने के लिए नहीं हैं। दलित श्रम की यह चोरी अब समाप्त होती है। जय भीम।’