Indonesia Open:सात्विक-चिराग पहली बार सुपर-1000 टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे, प्रणय को मिली हार – Indonesia Open Satwik-chirag Reached Super 1000 Tournament Final For The First Time Hs Prannoy Got Defeated
सात्विक-चिराग
– फोटो : सोशल मीडिया
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विश्व नंबर छह जोड़ी सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने पहली बार सुपर-1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की विजेता जोड़ी ने इंडोनेशिया ओपन बैडमिंटन के सेमीफाइनल में कोरियाई जोड़ी मिन ह्यूक कांग और सियोंग जेई सियो की जोड़ी को 17-21, 21-19, 21-18 से पराजित किया। यह मुकाबला तीन गेमों में एक घंटे सात मिनट तक चला। वहीं एचएस प्रणय को 15-21, 15-21 से सर्वोच्च वरीय विक्टर एक्सेलसेन के हाथों में सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
कोरियाई जोड़ी पर जीत-हार का रिकॉर्ड 3-2 हुआ
सात्विक-चिराग बीते वर्ष सुपर-750 फ्रेंच ओपन का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी बनी थी। अब दोनों के पास सुपर-1000 टूर्नामेंट खिताब जीतने का मौका है। इसके साथ ही विश्व नंबर 12 मिन और सियोंग पर दोनों की जीत का हार का रिकॉर्ड 3-2 हो गया है। सात्विक-चिराग का फाइनल में सामना इंडोनेशिया के प्रमुदया कुसुमावर्दना-येरमिया एरिक याकूब रामबितान और दूसरी वरीय मलयेशियाई जोड़ी एरोन चिया-वूई यिग सोह की जोड़ी के विजेता से होगा।
तीनों गेमों में हुआ जबरदस्त संघर्ष
पहले गेम में सात्विक-चिराग की शुरुआत अच्छी नहीं रही। 3-6 पिछडऩे के बाद भारतीय जोड़ी 15-19 से पीछे हो गई और गेम 17-21 से हार गई, लेकिन दूसरे गेम में शुरुआत से ही भारतीय जोड़ी ने वर्चस्व बनाकर रखा और गेम के मध्यांतर तक 11-4 की बढ़त बना ली। अंत में स्कोर 18-15 हो गया, लेकिन सात्विक-चिराग ने इसके बाद गेम 21-19 से अपने नाम कर लिया। तीसरे गेम में दोनों 5-5 से बराबर थे। इसके बाद सात्विक-चिराग ने 12-5 की बढ़त बना ली। कोरियाई जोड़ी ने वापसी करते हुए 16-16 की बराबरी कर ली, लेकिन यहां से सात्विक-चिराग ने मैच अपने नाम कर लिया।
विक्टर के आगे नहीं टिके प्रणय
डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन के सामने एचएस प्रणय कोई खास चुनौती नहीं पेश कर पाए। पहले गेम में प्रणय 6-4 से आगे थे, लेकिन इसके बाद विक्टर ने जबरदस्त खेल दिखाते हुए स्कोर 6-9 कर दिया। दूसरे गेम की शुरुआत में ही प्रणय ने शटल छोडऩे के दो गलत फैसले लिए। वह 1-4 से पीछे थे। एक समय वह स्कोर 15-18 लेकर आए। यहां से विक्टर ने जबरदस्त कोर्ट कवरेज का नमूना पेश करते हुए 45 मिनट में मुकाबला अपने नाम कर लिया।