Indian Army:तो फिर भारतीय सैनिकों के साथ नहीं होगी कश्मीर-लद्दाख जैसी घटना, कैसे खुद को बदल रही सेना, जानें – Indian Army 2023 Year Of Transformation Project Sanjay Sama Technology Battle Ready
इंडियन आर्मी
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बदलते वक्त और बढ़ती चुनौतियों को बीच भारतीय सेना को आधुनिक बनाने की तैयारी चल रही है। इसी के तहत सेना कई ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, जिनके पूरा होने के बाद हमारी सेना आधुनिक, ज्यादा मारक हो जाएगी। बता दें कि साल 2023 इस लिहाज से अहम होने जा रहा हैं क्योंकि इस साल सेना में कई तकनीकी बदलाव होने की संभावना है, जिसमें युद्ध क्षेत्र में सर्विलांस सिस्टम को बेहतर बनाने, प्रोजेक्ट ई-सिटरेप, प्रोजेक्ट अवगत और प्रोजेक्ट अनुमान आदि शामिल हैं।
2023 बदलाव का साल
साल 2023 को सेना ‘बदलाव के साल’ के तौर पर मना रही है। इसके तहत कई ऐसे प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है, जिससे सेना को नई तकनीक से लैस किया जाएगा और इससे सेना की क्षमताओं में तगड़ा इजाफा होगा। जिन प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है, उनमें अहम है प्रोजेक्ट संजय। इस प्रोजेक्ट के तहत बड़ी संख्या में सेंसर्स का एकीकरण किया जाएगा और फील्ड फॉर्मेशन के लिए सर्विलांस सेंटर स्थापित किए जाएंगे। साथ ही इन्हें आर्टिलरी कॉम्बैट कमांड एंड कंट्रोल एंड कम्यूनिकेशन सिस्टम (ACCCS) से जोड़ा जाएगा। जिससे कमांडर्स और अन्य स्टाफ ज्यादा बेहतर तरीके से सेना का एकीकृत सर्विलांस कर सकेंगे।
इस प्रोजेक्ट के ट्रायल लगभग पूरे हो चुके हैं और देश के अलग-अलग भूभाग में इसका सफल ट्रायल किया जा चुका है। माना जा रहा है कि दिसंबर 2025 तक इसे सेना में शामिल कर लिया जाएगा। BEL गाजियाबाद ने इस प्रोजेक्ट को तैयार किया है। एक कार्यक्रम के दौरान सेनाध्यक्ष मनोज पांडे ने सेना में किए जा रहे तकनीकी बदलावों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इससे सेना ज्यादा तकनीक आधारित, आत्मनिर्भर, युद्ध के लिए तैयार बनेगी। साथ ही यह भविष्य की चुनौतियों से निपटने में भी मददगार होगी।