Gujarat:फर्जी लाइसेंस बनाने वाला पूर्व नौसैनिक गिरफ्तार; जम्मू-कश्मीर से इसका क्या कनेक्शन? जानें पूरा मामला – Former Naval Officer Arrested For Making Fake License In Gujarat Linked With Jammu Kashmir
गुजरात पुलिस (File Photo)
– फोटो : Amar Ujala
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गुजरात पुलिस ने सेवानिवृत्त नौसैनिक अधिकारी सहित दो लोगों को फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस मामले में गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने गुजरात में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जिसके लिंक जम्मू-कश्मीर से जुड़े थे। आरोपी सुरक्षाबलों की जानकारी का इस्तेमाल करके फर्जी दस्तावेज बनाते थे।
पुलिस ने की छापेमारी
पुलिस ने बताया कि पिछले चार सालों से अहमदाबाद में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस रैकेट चल रहा था, जिसे गुजरात क्राइम ब्रांच ने मिलिट्री इंटेलिजेंस और दक्षिणी कमांड से जानकारी मिलने के बाद पकड़ा था। घटनास्थल से 284 ड्राइविंग लाइसेंस, 97 सर्विस मोटर ड्राइविंग लाइसेंस बुक, नौ नकली रबड़ स्टांप, तीन लैपटॉप, चार फोन, 37 एनओसी, नौ सेवारत प्रमाणपत्र, पांच पुष्टि पत्र और 27 स्पीड पोस्ट स्टिकर जब्त किए गए हैं। मामले में केस दर्ज किया गया है, जांच की जा रही है। भारत के सबसे बड़े आर्म्स लाइसेंस घोटाले का भंडाफोड़ जम्मू-कश्मीर में हुआ था, जिसकी जांच फिलहाल सीबीआई कर रही है। आरोप है कि गिरोह ने 2012-16 तक 22 जिलों में 2.78 लाख शस्त्र लाइसेंस जारी किये हैं। सीबीआई ने 16 अक्टूबर 2018 को पहली एफआईआर दर्ज की थी।
जम्मू-कश्मीर से लिंक
पुलिस ने इसी मामले में पूर्व नौसैनिक अधिकारी संतोष सिंह और गांधीनगर एजेंट धवल रावत को गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने अब तक एक हजार से अधिक लाइसेंस जारी किये हैं। सूत्रों के अनुसार, ऊरी में ड्राइविंग स्कूल चलाने वाले इश्फाक, वसीम और नास्सर मीर के साथ दोनों काम करते थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि दोनों ने इसी साल अब तक 50 लाख से अधिक रुपये कमाए हैं और वह पिछले चार सालों से सक्रिय हैं। अवैध घुसपैठ करके भारत आए बांग्लादेशियों के भी फर्जी लाइसेंस बनाते थे।