साल 2018 में फिल्म रिलीज फिल्म ‘शादी में जरूर आना’ का गीत ‘ठुकरा के मेरा प्यार, मेरा इंतकाम देखेगी’ जब रिलीज हुआ तो प्यार में टूटे दिल वालों के लिए यह गाना किसी एंथम से कम नहीं था। यह गीत आज भी लोगो के बीच खूब लोकप्रिय है। इस फिल्म के संगीतकार आनंद राज आनंद ने इस गीत का दूसरा वर्जन ‘मेरा इंतकाम देखेगी 2.0’ रिलीज किया है।
फिल्म ‘शादी में जरूर आना’ के गीत ‘मेरा इंतकाम देखेगी’ का संगीत आनंद राज आनंद ने दिया था। ‘मेरा इंतकाम देखेगी 2.0’ का आनंद राज आनंद ने न सिर्फ संगीत दिया बल्कि इस गीत को खुद ही गाए हैं और गाने के वीडियो में खुद ही परफॉर्म करते नजर आ रहे हैं। आनंद राज आनंद कहते हैं, ‘ठुकरा के मेरा प्यार, मेरा इंतकाम देखेगी’ आज करीब 950 मिलियन लोगो ने देख लिया। इस तरह बहुत कम होता है। गाना बहुत हिट हुआ, तो जी म्यूजिक और हमने मिलकर सोचा क्यों न इसका दूसरा वर्जन लाया जाए।’
संगीतकार आनंद राज आनंद ने बताया, ‘इससे पहले इसका कोई रिमिक्स बना दे। हमने सोचा कि उससे पहले इस गाने को एक और इसका दूसरा वर्जन बनाते है। लेकिन हमारे बीच शर्त यह थी कि ‘ठुकरा के मेरा प्यार’ के अलावा गाने के बाकी लाइन नहीं रखेंगे। सिर्फ उसमे से सिर्फ 10 शब्द लिए गए, बाकी सब नई लाईन लिखी गई और मैने सस्पेंस पहले ही खोल दिया था कि ‘देख सुर्खियों में मेरा नाम आ गया, तेरा बेवफा होना भी मेरे काम आ गया’ पहले लिख दी। यह यह बहुत साधारण लाइन थी , लेकिन पूरे वजन के साथ आ गई। इतना सुनने के बाद आगे भी मन करता है कि आगे भी सुना जाए।’
जब किसी फिल्म या गाने का दूसरा वर्जन आता है तो उसकी तुलना पहले की फिल्म और गाने से होती है। आनंद राज आनंद कहते हैं, ‘जब जनता पहले किसी गाने को पसंद कर लेती है और जब उसका दूसरा वर्जन आता है तो तुलना करने के लिए जरूर एक बार सुनते हैं। लोग मुझे बताते हैं कि जब ‘ठुकरा के मेरा प्यार, मेरा इंतकाम देखेगी’ जब रिलीज हुआ तो इस गाने के चक्कर में बहुत सारे लोग खुन्नस में आकर आईएएस ऑफिसर बन गाए। लोगों के दिल टूटने बंद हो गए।’
बता दें कि आनंद राज आनंद हिंदी सिनेमा के जाने माने संगीतकार हैं। आनंद राज आनंद ने 90 से अधिक फिल्मों के लिए संगीत दिया है, जिनमें मासूम, मेजरसाहब ,वेलकम’, ‘मस्ती’, ‘कांटे’, ‘धमाल’, ‘हद कर दी आपने’ और ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’ शामिल हैं। आनंद राज आनंद कई फिल्मों में गीत भी गाए हैं । वह कहते हैं, ‘मैं इंडस्ट्री में सिंगर ही बनने आया था, लेकिन जिस दौर में आया उस दौर में कुमार शानू, उदित नारायण, सोनू निगम और अभिजीत भट्टाचार्य जैसे स्थापित गायकों का दौर था। इसलिए संगीतकार बना, लेकिन जब भी मौका मिलता है, अपनी फिल्मों में गा देता हूं।’