Asian Games:किसान की बेटी ने चीन में लहराया तिरंगा, पारुल ने दो दिन में जीते दो पदक, रजत के बाद अब जीता सोना – Asian Games Meerut Farmer Daughter Parul Chaudhary Won Gold After Silver Two Medals In Two Days Life Story
पारुल चौधरी
– फोटो : अमर उजाला
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एशियाई खेलों में भारत की धाविका पारुल चौधरी ने इतिहास रच दिया। पारुल ने महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में मंगलवार (तीन अक्तूबर) को उन्होंने स्वर्ण पदक जीत लिया। वह इस स्पर्धा में भारत के लिए स्वर्ण जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं। पारुल ने एक दिन पहले ही एक पदक अपने नाम किया था। उन्होंने 3000 मीटर स्टीपलचेज में रजत जीतने में सफलता हासिल की थी।
उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली पारुल के पिता किसान हैं। पारुल का जन्म 15 अप्रैल, 1995 को हुआ था। वह उत्तर प्रदेश के मेरठ जिला की रहने वाली हैं। उनके पिता किशनपाल सिंह जिले के दौराला क्षेत्र के इकलौता गांव में किसान हैं। पारुल के चार भाई बहन हैं और वह अपने भाई बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। उनकी माता राजेश देवी गृहणी हैं। पारुल की बड़ी बहन भी स्पोर्ट्स कोटे से सरकारी नौकरी पर हैं और पारुल का एक भाई उत्तर प्रदेश पुलिस में है।
पारुल ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा था
पारुल ने हाल ही में बुडापेस्ट में खेले गए विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की तीन हजार मीटर स्टीपलचेज के फाइनल में भी कमाल किया था। वह इस दौड़ में 11वें स्थान पर रही थीं, लेकिन उन्होंने राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया था। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने 9:15.31 के समय के साथ दौड़ पूरी की थी। साथ ही पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई कर लिया था। पारुल ने तब ललिता बाबर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा था। ललिता ने रियो 2016 ओलंपिक में 9:19.76 के समय के साथ तीन हजार मीटर स्टीपलचेज की दौड़ पूरी की थी।