Neeraj Chopra Gold:स्वर्ण पदक जीतने के बावजूद नीरज को खल रही यह बात, बोले- मैं तो चाहता था, लेकिन… – “i Wanted To Throw More Than 90m But…,” Golden Boy Neeraj Chopra On World Athletics C’ships Win
नीरज चोपड़ा
– फोटो : सोशल मीडिया
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नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतकर इतिहास रच दिया है। वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय हैं। नीरज की इस उपलब्धि पर पूरा देश खुशी से झूम रहा है। हालांकि, नीरज के मन में अभी भी एक टीस बनी हुई है। नीरज ने खुद स्वर्ण पदक जीतने के बाद इसका खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वह विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में 90 मीटर का आंकड़ा छूना चाहते थे, लेकिन चीजें वैसी नहीं हुई, जैसी उन्होंने उम्मीद की थी।
नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 88.17 मीटर का अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया और अंत तक अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए स्वर्ण पदक जीता। राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन अरशद नदीम ने 87.82 मीटर के साथ रजत पदक जीता, जबकि चेक गणराज्य के जैकब वडलेज ने 86.67 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
Neeraj Chopra- I want to thank the people of India for staying up late. This medal is for all of India. I’m Olympic champion now I’m world champion. Keep working hard in different fields. We have to make a name in the world. pic.twitter.com/JsymGj3Kwd
— jonathan selvaraj (@jon_selvaraj) August 27, 2023
स्वर्ण पदक जीतने के बावजूद नीरज थोड़े निराश लग रहे थे। उन्होंने कहा “मैं आज रात 90 मीटर से अधिक थ्रो करना चाहता था। लेकिन इसके लिए सब कुछ मेरे पक्ष में होना जरूरी है। मैं आज शाम सब कुछ एक साथ सही नहीं कर सका। शायद अगली बार ऐसा कर पाऊं।”
नीरज ने दूसरे राउंड में ही बढ़त ले ली जो पूरे फाइनल में बरकरार रही, फिर भी वह अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ने और अपने अंतिम थ्रो में इसे और बेहतर करने के लिए तरस रहे थे। नीरज ने बताया “दूसरे राउंड के बाद, मैं खुद को आगे बढ़ाने के बारे में सोच रहा था क्योंकि मुझे पता था कि मुझे बेहतर थ्रो मिल सकता है। लेकिन तकनीक और गति पर बहुत दबाव है। हमें क्वालीफाइंग राउंड में बहुत जोर लगाना होगा। क्वालिफाइंग राउंड के बाद रिकवरी के लिए केवल एक ही दिन था, इसलिए यह भी एक बड़ा कारक था। मैं आखिरी थ्रो तक खुद को आगे बढ़ाने और बेहतर थ्रो करने की प्रेरणा के साथ आगे बढ़ता हूं।”
नीरज इस प्रतियोगिता के फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने वाले एकमात्र भारतीय नहीं थे, किशोर जेना (84.77 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो) और डीपी मनु (84.14 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो) भी इस प्रतियोगिता में थे। किशोर पांचवें और डीपी मनु छठे स्थान पर रहे। विश्व चैंपियनशिप में 2022 में रजत पदक हासिल करने के बाद यह इस प्रतियोगिता में नीरज का दूसरा पदक था। इससे पहले, अंजू बॉबी जॉर्ज ने महिलाओं की लंबी कूद के लिए 2003 विश्व चैंपियनशिप में देश के लिए कांस्य पदक जीता था। उन्होंने 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों और 2018 एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता है। नीरज 23 सितंबर से आठ अक्तूबर तक होने वाले एशियाई खेलों, हांग्जो में फिर एक्शन में होंगे। यह नीरज के लिए इस साल की अंतिम बड़ी प्रतियोगिता होगी।