निर्माता और निर्देशक करण जौहर की वायकॉम 18 स्टूडियोज के आर्थिक सहयोग से बनी फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ ने खूब हल्ला-गुल्ला करते हुए बॉक्स ऑफिस पर अपना पहला हफ्ता गुरुवार की रात पूरा कर लिया। शुक्रवार दिन भर इसके पहले हफ्ते के बॉक्स ऑफिस आंकड़ों पर मुंबई के फिल्म विशेषज्ञ सिर जोड़कर बैठे रहे। इन चर्चाओं का लब्बोलुआब निकलकर जो आया उसमें सबसे बड़ा सवाल रहा कि कि आखिर 180 करोड़ रुपये की निर्माण और प्रचार लागत से बनी रणवीर सिंह की फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ पहले हफ्ते में सिर्फ 73 करोड़ रुपये कमाकर हिट कैसे है, और फिल्म के इसी हीरो रणवीर सिंह की तकरीबन इसी लागत से बनी फिल्म ‘83’ पहले हफ्ते में 72 करोड़ रुपये कमाकर फ्लॉप कैसे है? चलिए आपको बताते हैं आंकड़ों की ये पूरी बाजीगरी और फिर आप खुद फैसला कीजिए कि फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ हिट है या फ्लॉप?
फिल्म हिट तो ब्रांड बाजार फिट
फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ इसकी निर्माता कंपनी धर्मा प्रोडक्शंस के कर्ताधर्ता करण जौहर ने खुद निर्देशित की है। इस साल बतौर निर्देशक उनके 25 साल भी पूरे हुए। बड़े परदे पर निर्देशन में उनकी सात साल बाद वापसी हुई और इस फिल्म को हिट कराने के लिए उन्होंने अपनी कंपनी के उन सारे सितारों को इस फिल्म में मसालों की तरह इस्तेमाल कर लिया जिनमें से अधिकतर की ब्रांड बाजार में सौदेबाजी धर्मा की ही सहयोगी कंपनी करती है। नए गानों पर भरोसा बनता नहीं दिखा तो हिंदी सिने संगीत के स्वर्णिम दिनों के हिट गानों से फिल्म बघारी भी गई। लेकिन, फिल्म रिलीज हुई तो पहले ही दिन धड़ाम हो गई। फिल्म ने अपनी लागत का 10 फीसदी कलेक्शन भी रिलीज के पहले दिन नहीं किया। इससे रणवीर सिंह की ब्रांड वैल्यू को सबसे ज्यादा झटका पहुंचा।
Babil Khan: ‘मुझे हर रोज स्क्रिप्ट नहीं मिलती कि मैं चुन सकूं’, ओटीटी की दुनिया में काम करने पर बोले बाबिल
सोमवार को दिखी 58 फीसदी गिरावट
फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ की ओपनिंग अपेक्षानुसार नहीं होने के बाद हिंदी फिल्म जगत में हड़कंप सा मचा। करण जौहर की टीम ने पूरी मेहनत की किसी तरह शुक्रवार और शनिवार का दिन फिल्म का बेहतर होना ही चाहिए। फिल्म के हीरो रणवीर सिंह और हीरोइन आलिया भट्ट को घरों से निकाला गया। सिनेमाघरों में उनकी मौजूदगी से माहौल बनाया गया। खुद करण जौहर ने अपनी पीआर टीम को एक्टिव किया और उन सारे पोर्टल व चैनल पर उनके इंटरव्यू कराए गए जिनसे उन्हें तीखे सवालों नहीं किए जाने का भरोसा मिला। फिल्म के कलेक्शन पर इसका शुक्रवार और शनिवार को असर भी दिखा लेकिन सोमवार को फिल्म के कलेक्शन में जब करीब 58 फीसदी की गिरावट हुई तो मामला फिर बिगड़ा के बाद इसे संभालने की कोशिशें नए सिरे से शुरू हुईं। यहां ध्यान रखने वाली बात ये है कि किसी भी फिल्म का घरेलू बॉक्स ऑफिस पर जो कलेक्शन होता है, उसे ही फिल्म की, उसके हीरो-हीरोइन की और उसके निर्देशक की सफलता का पैमाना माना जाता है। और, ये कलेक्शन जितना होता है, उसका एक तिहाई या उससे कुछ ज्यादा ही वापस निर्माता के खाते में वापस पहुंचता है।
सौ करोड़ क्लब में एंट्री अब भी दूर
फिल्म की दुनिया भर में हुई कमाई के जरिये फिल्म के सौ करोड़ क्लब में शामिल हो जाने का प्रचार भी सप्ताह के दिनों में खूब हुआ लेकिन हकीकत यही रही कि ये फिल्म पहले हफ्ते में 75 करोड़ रुपये का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकी। फिल्म का कलेक्शन दूसरे शुक्रवार को दहाई के अंको में पहुंचने की उम्मीद भी पूरी नहीं हुई। फिल्म रिलीज के आठवें दिन तक 80 करोड़ रुपये पर अटकी है और अगर इसने शनिवार और रविवार को 20 करोड़ रुपये कमा लिए तभी ये सौ करोड़ क्लब में शामिल हो पाएगी। इसके बावजूद फिल्म में निवेश करने वाली कंपनी वायकॉम 18 के पास इसमें से 40 करोड़ रुपये से अधिक की रकम नहीं पहुंचने वाली। दिलचस्प बात ये है कि जिन रणवीर सिंह की फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ को पहले हफ्ते में 73.33 करोड़ रुपये कमाने पर हिट फिल्म बताया जा रहा है, उन्हीं रणवीर सिंह की दो साल पहले रिलीज हुई फिल्म ‘83’ को पहले हफ्ते में 71.87 करोड़ रुपये कमाने के बावजूद फ्लॉप करार दे दिया गया था। दोनों फिल्मों की लागत में भी जबकि बहुत अंतर नहीं है। अब आप खुद सोचिए, कि फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ अभी तक के हिसाब से हिट है या फ्लॉप!