100 Years Of Mukesh:मुकेश की 100वीं जयंती पर Pm मोदी का खास नोट, तारीफ में लिखी यह बड़ी बात – 100 Years Of Mukesh Pm Narendra Modi Special Note On Singer 100th Birth Anniversary
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुकेश
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
भारतीय संगीत के दिग्गज गायक मुकेश की इस साल 100वीं जयंती है। मुकेश का जन्म 22 जुलाई 1923 को दिल्ली में हुआ था। मुकेश 10 भाई-बहनों में वह छठे नंबर पर थे। यह उनकी गायकी का ही कमाल है कि 40 और 50 के दशक में मुकेश के गाए हुए गाने आज भी पसंद किए जाते हैं। मुकेश ने अपने करियर में ज्यादातर दुख भरे गाने गाए हैं। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुकेश को यादकर एक नोट लिखा है।
मुकेश की 100वीं जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा नोट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘सुरों के उस्ताद मुकेश को उनकी 100वीं जयंती पर याद किया जा रहा है। उनके सदाबहार गीत भावनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को उद्घाटित करते हैं और उन्होंने भारतीय संगीत पर एक अमिट छाप छोड़ी है। उनकी सुनहरी आवाज और भावपूर्ण प्रस्तुति ने पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करती रहेगी। प्रधानमंत्री की यह बातें मुकेश के परिवार वालों के लिए काफी महत्व रखती है।’
Remembering the maestro of melody, Mukesh, on his 100th birth anniversary. His timeless songs evoke a wide range of emotions and have left an indelible mark on Indian music. His golden voice and soul-stirring renditions will continue to enchant generations.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 22, 2023
बेटे और पोते ने मुकेश के लिए कही यह बात
मुकेश के जयंती के मौके पर पोते नील नितिन मुकेश ने कहा, ‘आज के युवा अगर इस गाने की भावना को समझ जाए तो उनको अपनी जिंदगी जीने का एक मकसद मिल जाएगा। वहीं, बेटे ‘नितिन मुकेश कहते हैं, ‘हमारा नाम उनसे (मुकेश) जुड़ा और उससे मेरी जिंदगी में जान आ गई। परमपिता परमेश्वर का यह बहुत बड़ा आशीर्वाद और मेरा सौभाग्य है कि मेरा जन्म इस परिवार मे हुआ। मुकेश जी के गाने लोगों को जीने की प्रेरणा देते हैं।’
इन गानों से हमेशा याद किए जाते हैं मुकेश
आपको बता दें कि कहीं दूर जब दिन ढल जाए’ और ‘आवारा हूं’ जैसे क्लासिक बॉलीवुड गानों को अपनी आवाज से अमर कर देने वाले बॉलीवुड के महान गायक, मुकेश आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। मुकेश हमेशा से अभिनेता कुंदन लाल सहगल के प्रशंसक रहे. बचपन से ही वह बहुत अच्छा गाते थे।