केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर और कुछ अन्य क्षेत्रों में रविवार से टमाटर 80 रुपये किलोग्राम के भाव पर बेचने की घोषणा की। टमाटर की ऊंची कीमतों से आम लोगों को राहत देने के लिए पहले सरकार इसकी बिक्री 90 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर कर रही थी। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में मोबाइल वैन के जरिये रियायती 90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी। शनिवार को इसमें और शहर जोड़े गए, जहां रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री शुरू की गई।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, सरकार के हस्तक्षेप के बाद टमाटर की थोक कीमतों में कमी आई है। सरकार ने देश में कई स्थानों पर 90 रुपये की रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी। बयान में कहा गया है, स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करने के बाद देशभर में 500 से अधिक केंद्रों पर रविवार यानी 16 जुलाई, 2023 से इसे 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचने का फैसला लिया गया है।
बयान में कहा गया है, “सहकारी समितियों नेफेड (NAFED) और एनसीसीएफ (NCCF) के माध्यम से दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, पटना, मुजफ्फरपुर और आरा में कई केंद्रों पर रविवार को बिक्री शुरू हो गई है। ऐसे स्थानों पर मौजूदा बाजार कीमतों के आधार पर रियायती मूल्य पर टमाटर की बिक्री सोमवार से और ज्यादा शहरों में बढ़ाई जाएगी। भारत सरकार उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है।”
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड) केंद्र की ओर से मोबाइल वैन के माध्यम से टमाटर बेच रहे हैं। मानसूनी बारिश और कम उत्पादन के सीजन की वजह से देश के प्रमुख शहरों में खुदरा बाजारों में टमाटर के दाम ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। कई शहरों में तो यह 250 रुपये किलो के भाव पर बिक रहा है। सरकार के अनुसार, शनिवार को देशभर में टमाटर की औसत कीमत लगभग 117 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, देशभर में टमाटर की औसत खुदरा कीमत शनिवार को 116.86 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि अधिकतम दर 250 रुपये प्रति किलोग्राम और न्यूनतम दर 25 रुपये प्रति किलोग्राम थी। टमाटर का मॉडल प्राइस 100 रुपये प्रति किलो था। महानगरों में, दिल्ली में टमाटर 178 रुपये प्रति किलोग्राम, इसके बाद मुंबई में 150 रुपये प्रति किलोग्राम और चेन्नई में 132 रुपये प्रति किलोग्राम था। सबसे ज्यादा कीमत 250 रुपये प्रति किलो उत्तर प्रदेश के हापुड़ में रही।
गौरतलब है कि टमाटर की कीमतें आम तौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर की अवधि के दौरान बढ़ जाती हैं, क्योंकि आम तौर पर ये महीने कम उत्पादन वाले होते हैं। साथ ही मानसून के कारण आपूर्ति में व्यवधान की वजह से कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है।
एनसीसीएफ की प्रबंध निदेशक एनीस जोसेफ चंद्रा ने कहा कि टमाटर मदनपल्ली (आंध्र प्रदेश), कोलार (कर्नाटक) और सांगानेरी (महाराष्ट्र) से खरीदे जा रहे हैं। एनसीसीएफ पिछले दो दिनों में 35,000 किलोग्राम टमाटर बेच चुका है। उन्होंने कहा कि रविवार को दिल्ली-एनसीआर में 20,000 किलोग्राम, वाराणसी में 15,000 किलोग्राम, लखनऊ और कानपुर में 10,000 किलोग्राम बिकने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि एनसीसीएफ ने शनिवार को लखनऊ में लगभग 7,000 किलोग्राम की बिक्री की और इससे थोक दर को 130 रुपये प्रति किलोग्राम से घटाकर 115 प्रति किलोग्राम पर लाने में मदद मिली।
जोसेफ चंद्रा ने कहा, टमाटर की बिक्री 80 रुपये प्रति किलो के भाव पर करने से आने वाले दिनों में इसके दाम और नीचे आएंगे। जब तक कीमत स्थिर नहीं हो जाती, हम हस्तक्षेप करना जारी रखेंगे। वर्तमान में, एनसीसीएफ अपने मोबाइल वैन और दिल्ली-एनसीआर में नेफेड के स्वामित्व वाले चार से पांच आउटलेट के माध्यम से टमाटर बेच रहा है। रविवार से इसकी बिक्री केंद्रीय भंडार की खुदरा दुकानों के माध्यम से शुरू की गई है।