देश के कई राज्यों में भारी बारिश मौत की वजह बन गई है। राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर में बादल कहर बनकर बरस रहे हैं। पहाड़ों से लेकर मैदानों तक में मौसम की एक ही जैसी स्थिति बनी हुई है। लगातार हो रही तेज बारिश ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसी बीच मौसम विभाग ने अगले एक हफ्ते भी ऐसा ही मौसम रहने के आसार जताए हैं। जबकि मंगलवार को देश के 23 राज्यों में भारी बारिश का अंदेशा जताया है।
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, अभी दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। औसत समुद्र तल पर मॉनसून ट्रफ दक्षिण-पश्चिम राजस्थान ऊपर बने हुए निम्न के केंद्र से, कोटा, सतना, डॉल्टनगंज, बांकुरा और फिर पूर्व की ओर मणिपुर की ओर जा रही है। जबकि औसत समुद्र तल पर अपतटीय ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक फैली हुई है।
अगले 24 घंटों के दौरान, हिमाचल प्रदेश और तटीय, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब के पूर्वी हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है। इसके अलावा दिल्ली और एनसीआर, गुजरात क्षेत्र, पूर्वी राजस्थान, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पश्चिम उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश संभव है।
इसके अलावा उत्तर पूर्व भारत, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, केरल, कोंकण और गोवा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से भारी बारिश हो सकती है। जबकि बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, आंतरिक तमिलनाडु और लद्दाख में हल्की बारिश संभावना नजर आ रही है।
केंद्र सरकार भी हुई एक्टिव
पूरे देश में मॉनसून के सक्रिय होने से पहाड़ी इलाकों में लैंड स्लाइड तो वहीं मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कुछ हिस्सों में अत्यधिक बारिश से बिगड़े हालात की जानकारी ली है। उन्होंने इस बारे में वरिष्ठ मंत्रियों, अधिकारियों से बात की है। पीएमओ ने इस बारे में जानकारी दी है। पीएमओ ने यह भी बताया कि अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को भारी बारिश के कारण बिगड़े हालात के बारे में जानकारी दी है। उन्हें बताया गया है कि स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित लोगों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपालों के संपर्क में हैं। उन्होंने स्थितियों का आकलन करने के लिए पंजाब और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से भी संपर्क किया है। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में भारी बारिश, भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वे लोगों की मौत से दुखी हैं। उन्होंने जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा की।
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से प्रभावित इलाकों में राहत कार्य और लोगों की मदद करने की अपील की है। पूर्व पार्टी प्रमुख ने कहा कि सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे राहत कार्यों में अधिकारियों की मदद करें। हम सभी को मिलकर इस प्राकृतिक आपदा की कठिन चुनौतियों का सामना करना होगा।