Knowledge

भारत को अंतरिक्ष में मिली बड़ी कामयाबी, मून मिशन में चंद्रयान-3 का अहम परीक्षण, बेंगलुरु में सफलतापूर्वक पूरा किया टेस्ट

जून में है लॉन्च होने की संभावना

भारत (India) के चंद्र मिशन को बढ़ावा देने के लिए चंद्रयान -3 ने यूआर राव सैटेलाइट सेंटर, बेंगलुरु में EMI/EMC (इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक इंटरफेरेंस/इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक कम्पैटिबिलिटी) टेस्ट को सफलतापूर्वक पूरा किया। इसका एलान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने किया हैं।

ISRO ने कहा कि, स्पेस एनवायर्नमेंट में सैटेलाइट उप-प्रणालियों की कार्यक्षमता और इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक के स्तरों के साथ उनकी अनुकूलता सुनिश्चित करने के लिए सैटेलाइट मिशनों के लिए EMI/EC परीक्षण किया जाता है। इसरो ने यह सैटेलाइट्स परीक्षण एक मील के पत्थर की तरह है। चंद्रयान-3 इंटरप्लेनेटरी मिशन के तीन प्रमुख मॉड्यूल हैं। ये प्रोपल्शन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और रोवर हैं। मिशन की जटिलता ये है कि, इन तीनों मॉड्यूल के बीच रेडियो-फ्रीक्वेंसी (RF) संचार लिंक स्थापित करना है।

ISRO ने आगे कहा कि, चंद्रयान -3 लैंडर EMI/EC परीक्षण के दौरान सभी मानक सुनिश्चित किए गए थे और इसका प्रदर्शन संतोषजनक था। चंद्रयान 3 – चंद्रयान 2 का अनुवर्ती मिशन है, जो चंद्र सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और घूमने में एंड-टू-एंड क्षमता प्रदर्शित करता है। इसमें लैंडर और रोवर कॉन्फ़िगरेशन शामिल हैं। प्रोपल्शन मॉड्यूल 100 Km चंद्र कक्षा तक लैंडर और रोवर विन्यास को ले जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, चंद्रयान-3 के जून में लॉन्च होने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button