West Bengal:बंगाल में दोपहर भोजन की योजना पर भिड़े केंद्र और राज्य, राज्यपाल ने विश्वविद्यालय का किया दौरा – Center And State Government Clash Over Mid Day Meal Scheme In Bengal, Governor Visits University
ममता बनर्जी (फाइल फोटो)
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पश्चिम बंगाल सरकार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की समिति की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिसमें उसके द्वारा योजना में अनियमितताएं सामने आई थी। इसके बाद बंगाल सरकार ने रिपोर्ट को एकतरफा बताते हुए बुधवार को खारिज कर दिया। इस रिपोर्ट में विभिन्न स्तरों पर परोसे जाने वाले भोजन के संबंध में प्रस्तुत सूचना में गंभीर विसंगतियां पाए जाने की बात कही गई है। सरकार का कहना है कि इस रिपोर्ट में राज्य के विचारों को जगह नहीं दी गई है और इसमें दिए गए आंकड़ों के सत्यापन की जरूरत है।
पश्चिम बंगाल में मध्यान्ह भोजन योजना में बड़ी हेराफेरी का मामला सामने आया है। शिक्षा मंत्रालय (एमओई) द्वारा गठित किए गए एक पैनल की रिपोर्ट में इस हेराफेरी का खुलासा हुआ है। पैनल ने अपनी जांच में पाया है कि पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा 100 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 16 करोड़ मिड डे मील अधिक बांटे जाने की रिपोर्ट दी गई है। यह आंकड़ा बीते साल अप्रैल से सितंबर माह के बीच का है। जांच में सामने आया है कि 16 करोड़ मिड डे मील बांटा ही नहीं गया और उसकी रिपोर्टिंग कर दी गई।
दरअसल, शिक्षा मंत्रालय (एमओई) को पश्चिम बंगाल में मिड डे मील योजना में अनियमितताओं की शिकायतें मिली थीं। इसके बाद पश्चिम बंगाल में केंद्र प्रायोजित योजना पीएम पोषण के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए जनवरी में ‘संयुक्त समीक्षा मिशन’ (जेआरएम) का गठन किया था। मंत्रालय के इस पैनल ने कई स्तरों पर परोसे जाने वाले भोजन की संख्या के संबंध में प्रस्तुत जानकारी में बड़ी विसंगतियों का खुलासा किया है।