Wrestling:आंदोलन के बाद अब विदेश में ट्रेनिंग करेंगे बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट, खेल मंत्रालय ने दी मंजूरी – Wrestling Bajrang Punia And Vinesh Phogat Will Now Train Abroad After The Movement Sports Ministry Approved
बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट
– फोटो : सोशल मीडिया
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भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को बड़ी राहत मिली है। दोनों को खेल मंत्रालय ने विदेश में जाकर ट्रेनिंग करने की स्वीकृति दे दी है। मंत्रालय ने टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के तहत ओलंपिक पदक विजेता बजरंग और विनेश को किर्गिस्तान और हंगरी में अभ्यास की इजाजत दी है।
बजरंग और विनेश ने एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप ट्रायल की तैयारी के लिए 10 अगस्त तक का समय मांगा था। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे रहने वाले दोनों पहलवानों ने खेल मंत्रालय को बुधवार को तैयारियों को प्रस्ताव दिया था, जिसे 24 घंटे के अंदर मंजूर कर लिया गया।
किर्गिस्तान के बाद हंगरी जाएंगी विनेश
भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, किर्गिस्तान में बजरंग 36 दिन तक अभ्यास शिविर में हिस्सा लेंगे। वहीं, विनेश किर्गिस्तान के बिश्केक में एक हफ्ते तक अभ्यास करेंगी। उसके बाद वह हंगरी में 18 दिन तक अभ्यास शिविर में भाग लेंगी।
कोच और फिजियो भी जाएंगे साथ
बजरंग की बात करें तो उनके साथ कोच सुजीत मान, फिजियो अनुज गुप्ता, अभ्यास साझेदार जितेंद्र और अनुकूल विशेषज्ञ काजी हसन जाएंगे। वहीं, विनेश को फिजियो अश्विनी पाटिल, अभ्यास साझेदार संगीता फोगाट और कोच सुदेश का साथ मिलेगा। पहलवानों की विदेश में तैयारियों का यह मतलब है कि फिल्हाल उनकी आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरने की योजना नहीं है।
प्रशिक्षकों ने कहा छूट का पड़ेगा बुरा असर
वहीं, कुश्ती की गतिविधियां संचालित करने को गठित तदर्थ समिति के सदस्य भूपेंदर सिंह बाजवा ने कुश्ती टीम के मुख्य प्रशिक्षकों के साथ मेरठ में बैठक की। सूत्र बताते हैं कि प्रशिक्षकों ने बाजवा को साफ कर दिया कि अगर पहलवानों को ट्रायल में छूट दी गई इसका बुरा असर पड़ेगा।
ट्रायल को लेकर स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं
आंदोलन करने वाले पहलवान तैयारियों के लिए विदेश जा रहे हैं। एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने अब तक एशियाई खेलों के लिए एंट्री की तिथि 15 जुलाई से आगे बढ़ाए जाने पर कोई जवाब नहीं दिया है। अगर ओसीए की मंजूरी नहीं मिलती है तो समिति के पास 15 जुलाई से पहले ट्रायल कराने के अलावा कोई चारा नहीं होगा। ऐसे में विदेश में तैयारियों के लिए गए पहलवान कैसे ट्रायल खेलेंगे यह देखने वाली बात होगी।