वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने केंद्र की उपलब्धियां गिनाने को लेकर सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार कुछ क्षेत्रों में मजबूती से खड़ी है, तो इसका कारण यह है कि वह यूपीए सरकार के कंधों पर खड़ी है।
गौरतलब है, हाल ही में वित्त मंत्री ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को लेकर एक लेख लिखा था, जिसमें उन्होंने तीन तलाक से लेकर आर्टिकल 370 तक का जिक्र किया। इसी लेख को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने मोदी सरकार की उपलब्धियों पर एक लेख लिखा है। उनके द्वारा दिए गए कई उदाहरण सच हैं, जैसा कि 5 या 10 साल तक शासन करने वाली हर सरकार के लिए सच होगा।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने वित्त मंत्री सीतारमण के लेख में शामिल उन पांच उदाहरणों का जिक्र किया, जब विपक्ष ने सरकार को कोर्ट में चुनौती दी और उसकी हार हुई। चिदंबरम ने कहा कि वित्त मंत्री ने विपक्ष के सरकार को कोर्ट में ले जाने और केस हारने के पांच उदाहरण दिए हैं। इनमें से कम से कम तीन मामलों में वह गलत हैं।
ये तीन मामलों में गलत भाजपा
- संसद द्वारा कानून पारित करने से पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को अवैध घोषित कर दिया था।
- अनुच्छेद 370 मामले की सुनवाई अभी तक अदालत ने नहीं की है।
- जीएसटी कानूनों के तहत कई मामले लंबित हैं।
वर्षों पहले हासिल की थी रैंक
कांग्रेस नेता ने कहा कि वित्त मंत्री ने दावा किया है कि भारत ने दूध, शहद, फल और सब्जियों के उत्पादन में शीर्ष रैंक हासिल की है। जबकि ये रैंक वर्षों पहले हासिल कर ली गई थी। सरकार बस रैंक को बरकरार रखे हुए है।
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर यूपीए सरकार की पहल
चिदंबरम ने कहा कि वित्त मंत्री ने प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) का श्रेय लिया। वह भूल गई हैं कि ‘आधार’ की परिकल्पना, निर्माण और कार्यान्वयन यूपीए सरकार द्वारा किया गया था और डीबीटी के तहत पहला हस्तांतरण यूपीए सरकार द्वारा किया गया था।
अपनी सरकार की पढ़ें रिपोर्ट
वित्त मंत्री ने करीब 11.72 शौचालयों के निर्माण का दावा किया है। चिंदबरम ने कहा कि सीतारमण को अपनी सरकार की उस रिपोर्ट को पढ़ना चाहिए, जिसमें बताया गया है कि कितने शौचालयों का पानी की कमी की वजह से उपयोग नहीं किया जा रहा।
यूपीए सरकार के कंधों पर खड़ी भाजपा
कांग्रेस नेता ने कहा कि हर सरकार अपनी उपलब्धियां गिनवाती है। मोदी सरकार भी ऐसा ही कर रही है। अगर मोदी सरकार कुछ क्षेत्रों में मजबूती से खड़ी है, तो इसका कारण यह है कि वह यूपीए सरकार के कंधों पर खड़ी है।
यह है मामला
बता दें, वित्त मंत्री सीतारमण ने हाल ही में लिखे अपने लेख में विपक्ष की भी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि दुख की बात है कि सदन में बहस और चर्चा के बजाय कानून की अदालतों में याचिका दायर करके व्यवधान और देरी करना अधिक रहा है। जीएसटी, अनुच्छेद 370, टीकाकरण, तीन तलाक, सेंट्रल विस्टा सहित 15 से अधिक मामलों पर केवल जोरदार बहस की गई। वित्त मंत्री ने आगे कहा था कि इन सब मामलों में विपक्ष को हार का सामना करना पड़ेगा।