हंस राज हंस आज गायकी की दुनिया में जाना माना चेहरा बन चुके हैं। आज वह किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। लोग उनकी गायकी के दीवाने रहते हैं। हंस राज के गाने पर लोग थिरकने को मजबूर हो जाते हैं। भले ही हंस राज आज दौलत और शोहरत की ऊंचाइयों पर बैठे हों, लेकिन यह मुकाम उन्होंने संघर्ष के बाद हासिल किया है। आज हंस राज अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं। चलिए इस मौके पर जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें…
हंस राज हंस का जन्म 9 अप्रैल 1962 को पंजाब के छोटे से गांव शफीपुर में हुआ था। उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। ठीक से उन्हें दो वक्त का खाना भी नसीब नहीं होता था। बचपन से ही उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी संघर्ष और मुश्किलों का सामना किया और फिर अपना करियर बनाने के लिए भी उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हंस ने अपनी स्नातक की पढ़ाई डीएवी कॉलेज जालंधर से की। संगीत के प्रति रुझान होने के कारण उन्होंने उस्ताद पूरन शाह कोटी से संगीत गायन की शिक्षा ग्रहण की।
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हंस बचपन से ही संगीत में अपना करियर बनाना चाहते थे। युवावस्था में उन्होंने संगीत निर्देशक चरणजीत आहूजा से शिक्षा ली। फिर, उन्होंने पंजाबी लोक भक्ति और सूफी संगीत गाना शुरू किया। इसके बाद उन्होंने अपने पंजाबी पॉप एल्बम भी जारी किए। हालांकि, शुरुआत में उनके एल्बम हिट नहीं हुए। लगातार कोशिशों के बाद आखिरकार गायक के पंजाबी पॉप एल्बम हिट हुए और उन्हें लोकप्रियता मिली। इसके बाद उन्होंने नुसरत फतेह अली खान के साथ फिल्म ‘कच्चे धागे’ में भी काम किया, जहां से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
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संगीत में अपना सफल करियर बनाने के बाद उन्होंने कई एल्बम जारी किए और फिल्मों में भी संगीत दिया। आज उनकी गायकी के करोड़ों लोग दीवाने हैं। गायकी की दुनिया में नाम कमाने के बाद उन्होंने राजनीति में हाथ आजमाया। वर्तमान में हंस भारतीय जनता पार्टी के राजनेता हैं और उत्तर पश्चिम दिल्ली से लोकसभा सांसद हैं।
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