पाकिस्तान सीमा पार से भारत में आतंकवाद को तो बढ़ावा देता ही है अब यूरोप की सड़कों पर भी उपद्रव करके माहौल खराब करने की तैयारी कर रहा है। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के तहरीक-ए-कश्मीर संगठन ने रविवार को यूरोप के कई शहरों और लंदन की सड़कों पर माहौल खराब करने की एक बड़ी साजिश रची है।
भारतीय खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी से पता चलता है कि तहरीक-ए-कश्मीर संगठन से जुड़े लोग न सिर्फ यूरोप के शहरों की सड़कों पर पहले से तय योजना के मुताबिक बड़ी भीड़ इकट्ठा करने वाले हैं बल्कि साजिश के तहत यूके के प्राइम मिनिस्टर के सरकारी आवास 10, डाउनिंग स्ट्रीट पर भी जा सकते हैं। यह पूरा विरोध पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों की ओर से प्रायोजित हो रहा है।
खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, तहरीक-ए-कश्मीर संगठन पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में रहकर भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देता है और कई अन्य गतिविधियों में शामिल होकर माहौल खराब करता है। इसी संगठन के जब्बार जलाल की ओर से 30 अप्रैल को ट्वीट कर यूरोप और यूके में बड़े प्रदर्शन की भूमिका बनाई है। इस पूरे माहौल के पीछे तहरीक-ए-कश्मीर से जुड़े जब्बार जलाल कश्मीर को लेकर न सिर्फ माहौल बना रहे हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी साजिश रच रहे हैं। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस संगठन से जुड़े सैकड़ों लोगों ने 30 अप्रैल को ही एक बड़ी बैठक कर 21 दिन बाद होने वाली यूरोप और यूके की सड़कों पर विरोध का पूरा खाका तैयार कर लिया है।
खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से समर्थित आतंकी संगठनों के साथ इस पूरे प्रोपेगेंडा में कश्मीर के कई और आतंकी संगठन भी शामिल हैं। जो कि पाकिस्तान की आईएसआई और अन्य आतंकी संगठनों की ओर से वित्तीय मदद भी कर रहे हैं। इस पूरे मामले की पड़ताल करने वाले खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान का यह संगठन सिर्फ यूरोप और यूके ही नहीं बल्कि अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में भी माहौल खराब करने की योजना बना रहा है। फिलहाल इस पूरी खुफिया जानकारी को केंद्रीय गृह मंत्रालय और अन्य प्रमुख जांच एजेंसी के अधिकारियों से साझा किया जा चुका है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की बड़ी साजिश सिर्फ सीमा पार से घाटी में ही माहौल खराब करने की नहीं है बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी माहौल को खराब करने के मंसूबे लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
यूके पीएम के सरकारी आवास पर भी पहुंचने की तैयारी
विदेशी धरती पर माहौल खराब करने की मिली सूचना के मुताबिक पाकिस्तान का यह संगठन यूके के प्रधानमंत्री के सरकारी आवास 10, डाउनिंग स्ट्रीट पर भी पहुंचने की तैयारी कर रहा है। इससे पहले इस संगठन समेत कई अन्य बड़े आतंकी संगठनों ने घाटी में माहौल खराब करने के लिए अपने सेल को एक्टिव कर दिया था। इसके पीछे की मंशा कश्मीर प्रायोजित आतंकवाद और आईएसआई की ओर से घाटी में हो रहे जी-20 जैसे बड़े कार्यक्रमों के आयोजन में बाधा डालना ही था। हालांकि केंद्रीय खुफिया एजेंसी और जांच एजेंसियों की सतर्कता से पाकिस्तान और आईएसआई कैसे मंसूबों को नाकाम याद कर दिया गया। अब यही संगठन दुनिया के दूसरे मुल्कों में माहौल खराब करने की तैयारी कर रहे हैं।
इस्लामाबाद में हुई बड़ी बैठक
जांच एजेंसियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि 30 अप्रैल को पाकिस्तान के इस्लामाबाद में हुई बड़ी बैठक और फिर उससे मिले आदेशों पर पीओके के मुजफ्फराबाद में एक बड़ी मीटिंग का आयोजन किया गया। इस बैठक के बाद पाकिस्तान के कुछ चुनिंदा टि्वटर हैंडल और फेसबुक से 21 मई को यूरोप और यूके में होने वाले विरोध प्रदर्शन करने की बड़ी रणनीति साझा की गई। 30 अप्रैल को शाम 3:30 बजे के करीब इकरामुल हक ने नासिर शहजाद समेत फहीम कयानी को टैग करते हुए इन यूरोपीय देशों और लंदन की सड़कों पर माहौल खराब करने की पूरी योजना बनाई। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और पीओके के मुजफ्फराबाद में चल रही साजिश पर करीब से नजर रखने वाली खुफिया जांच एजेंसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि जिस तरीके की साजिश पाकिस्तान में तैयार की है उसमें कुछ भी बड़ी अनहोनी की भी आशंका जताई जा रही है। जिन देशों में पाकिस्तान समर्थित संगठनों की ओर से माहौल खराब करने की तैयारी हो रही है उन देशों को भी खुफिया इनपुट मिल चुके हैं।
पाकिस्तान की इस तरह की रची जाने वाली साजिश पर केंद्रीय खुफिया एजेंसी से जुड़े रहे रिटायर्ड अधिकारी एचएम बख्शी कहते हैं कि पाकिस्तान की इस तरह की हरकत पहली बार नहीं हो रही है। वह कहते हैं कि इससे पहले भी पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर मामले में दबाव बनाने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाता रहा है। जिसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। बख्शी कहते हैं कि उन्होंने अपने कार्यकाल में भी पाकिस्तान की इस तरह की कई साजिशों को न सिर्फ एक्सपोज किया था बल्कि अंतरराष्ट्रीय फोरम पर भी पाकिस्तान की ऐसी घटिया हरकत को सामने लेकर आए थे।
पाकिस्तान में इस तरह की रची जाने वाली साजिश और उसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलाए जाने वाले प्रोपेगेंडा पर रिटायर्ड ब्रिगेडियर सुखविंदर सिंह मिड्ढा कहते हैं कि पाकिस्तान के पास जब कुछ नहीं होता है तो इस तरीके की साजिशें करके अपनी ही फजीहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और करनी शुरू कर देता है। उनका कहना है कि जिस खुफिया रिपोर्ट का हवाला देकर आप बात कर रहे हैं वह पाकिस्तान की ओर से बिल्कुल नई नहीं है। पाकिस्तान ने इस तरह की हरकतें धारा 370 हटाए जाने के बाद भी की थीं। इसका उसका कोई नतीजा नहीं निकला।