शरद केलकर पिछले दो दशकों से इंडस्ट्री में अपने अभिनय कौशल का दम दिखा रहे हैं। एक्टिंग से लेकर डबिंग तक में शरद केलकर ने अपनी मेहनत से अपना नाम बनाया है। अभिनेता ने टीवी और फिल्म इंडस्ट्री दोनों में उल्लेखनीय काम किया है। जहां अभिनेता ने हाल ही में साउथ फिल्म ‘दशहरा’ में सुपरस्टार नानी को आवाज देकर धमाल मचाया है, वहीं वह जल्द ही ‘आदिपुरुष’ में भगवान राम की आवाज बनकर सिनेमा के पर्दे पर राम नाम की हुंकार भरते दिखाई देंगे। लेकिन इस बीच हाल ही में अभिनेता ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि कैसे शाहरुख खान से सलाह लेने के बाद एक कलाकार या अभिनेता के रूप में काम करने के प्रति उनका नजरिया बदल गया।
हाल ही में एक साक्षात्कार में शरद केलकर ने बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख खान के साथ हुई अपनी एक मुलाकात को याद किया। इस मुलाकात के समय शाहरुख खान ने अभिनेता को एक ऐसी सलाह दी थी, जिसने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डाला था। शरद ने याद करते हुए बताया कि यह घटना लगभग 15 साल पहले एक विदेशी शो के दौरान हुई थी। वह बोले, ‘सिंगापुर था या लंदन, मुझे याद नहीं है। मैं तीन दिन के कार्निवाल में हिस्सा लेने गया था, जहां आपको दो स्लॉट मिलते हैं और आपको दर्शकों के साथ बातचीत करनी होती है। शाहरुख सर के बाद मुझे स्टेज पर जाना था। शेड्यूल के मुताबिक, मुझे 11 बजे तक काम खत्म करना था इसलिए मैंने अपनी पत्नी से कहा कि उसके बाद हम शॉपिंग के लिए निकल जाएंगे।’
शरद केलकर ने आगे कहा कि, ‘जब शाहरुख खान स्टेज पर चढ़े, तो वह शेड्यूल के हिसाब से नहीं चले और उन्होंने स्टेज पर लंबा समय बिताया। मैं अपनी घड़ी की ओर देखते रहा क्योंकि मैंने अपनी पत्नी से वादा किया था कि मैं उनके साथ रहूंगा और जब तक शाहरुख स्टेज से नीचे आए, तब तक 11 बज चुके थे। मैंने उनसे कहा स्टेज पर आपको आधा घंटा रहना था, लेकिन आप वहां डेढ़ घंटा रहे। इसके जवाब में शाहरुख खान ने मुझ से कहा कि मुझे जितनी फीस दी जाती है, मैं उससे ज्यादा काम करता हूं।’ शरद के मुताबिक शाहरुख खान की इस स्टेटमेंट ने उन्हें कई मायनों में बदल दिया था।
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शरद ने यह कहानी तब साझा की जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी टेलीविजन अभिनेता होने के कारण बॉलीवुड में भेदभाव महसूस किया। अभिनेता बोले, ‘शाहरुख को मुझे यह बताने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं थी। वह शायद जानते भी नहीं होंगे कि मैं कौन हूं या मैं एक टीवी कलाकार था। लेकिन उन्होंने इस बात का भी सम्मान किया कि मैं एक अभिनेता हूं और अगर मैं यहां हूं, तो मैंने जरूर कुछ किया होगा।’ शरद ने यह कहते हुए अपनी बातों को खत्म किया कि उनका मानना है कि उन्हें हमेशा ‘वह स्थान और सम्मान मिला’ चाहे उन्होंने मनोरंजन के क्षेत्र में कहीं भी काम किया हो।