Sports

Assam:गुवाहाटी में राइजिंग सन वॉटर फेस्ट- रीविजिटिंग सरायघाट-23 का दूसरा संस्करण, कल होगा आगाज – Second Edition Of Rising Sun Water Fest- Revisiting Saraighat-23 In Guwahati To Begin Tomorrow

Second edition of Rising Sun Water Fest- Revisiting Saraighat-23 in Guwahati to begin tomorrow

राइजिंग सन वॉटर फेस्ट
– फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार


‘राइजिंग सन वॉटर फेस्ट- रीविजिटिंग सरायघाट’ के दूसरे संस्करण का आगाज कल यानी 17 नवंबर से होने जा रहा है। यह असम के गुवाहाटी शहर के बाहरी इलाके दीपोर बील में होने जा रहा है। कल यानी 17 नवंबर से ‘राइजिंग सन वॉटर फेस्ट- रीविजिटिंग सरायघाट-23’ उत्तर पूर्व क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित जल क्रीड़ा कार्यक्रम है। इसमें रोइंग, सेलिंग, मोटर बोटिंग आदि जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। कार्यक्रम का पहला संस्करण 2 से 5 नवंबर 2022 को उमियम झील (मेघालय) में आयोजित किया गया था।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि असम में गुवाहाटी के बाहरी इलाके में दीपोर बील में 17 नवंबर से जल क्रीड़ा उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस उत्सव के जरिए सरायघाट के युद्ध नायकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी, जिसमें आहोम बलों ने मुगल सेना को निर्णायक शिकस्त दी थी।

उन्होंने बताया कि चार दिवसीय ‘राइजिंग सन वॉटर फेस्ट- रीविजिटिंग सरायघाट’ के दौरान राष्ट्रीय स्तर के क्लब दीपोर बील झील में नौकायन और रोइंग स्पर्धाओं में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में असम के ऐतिहासिक महत्व पर ध्यान देने के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शामिल होंगे।

उल्लेखनीय है कि ट्रॉफी का अनावरण करते हुए पिछले दिनों असम की खेल मंत्री नंदिता गारोलोसा ने कहा था कि अपना इतिहास और पर्यटन की क्षमताओं को दिखाने के लिए राज्य के पास अच्छा मंच होगा। उन्होंने कहा, हम कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हमें खुशी है कि मेघालय में पहले जल उत्सव के बाद इस बार इसे यहां आयोजित किया जा रहा है।

असम सरकार और सेना की पूर्वी कमान ने इस आयोजन के लिए साझेदारी की है, जिसमें विशेष बलों और भारतीय वायुसेना की ओर से प्रस्तुति पेश की जाएगी। उल्लेखनीय है कि राइजिंग सन वॉटर फेस्ट’ का पहला संस्करण पिछले साल मेघालय की उमियाम झील में आयोजित किया गया था। इसका दूसरा संस्करण सरायघाट में 1671 में लड़ी गई लड़ाई के नायकों को श्रद्धांजलि देने से जुड़ा है। इस युद्ध में सेनापति लाचित बोरफुकन के नेतृत्व वाली आहोम सेना ने ब्रह्मपुत्र के पास मुगल फौज को शिकस्त दी थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button