जम्मू-कश्मीर के पुंछ में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में ओडिशा के एक जवान भी शहीद हो गए हैं। राज्य के पुरी जिले के रहने वाले लांस नायक देबाशीष बिस्वाल 2021 में शादी में बंधन में बंधे थे। उनके शहीद होने की खबर सुनते ही उनका परिवार दंग रह गया था।
देबाशीष पुरी के अलगुम गांव के रहने वाले हैं। अब उनकी पत्नी और नन्ही सी एक बेटी अकेली रह गईं। परिवार के लोगों का कहना है कि देब काफी सामाजिक थे। वह बहुत जल्दी लोगों के बीच घुलमिल जाते थे। वह जब भी छुट्टी पर आते थे तो सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा जरूर लेते थे।
शहीद के चचेरे भाई दिलीप बिस्वाल ने बताया कि वह बचपन से ही देश की सेवा करना चाहते थे। फौज में जाना ही उनका हमेशा से लक्ष्य था। इसी जज्बे के साथ वह सेना में भर्ती हुए थे। वह स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणा के श्रोत थे। दादा पंचानन ने कहा कि कभी सोचा नहीं था देब 30 साल की उम्र में ही छोड़कर चला जाएगा। उन्हें यह दिन भी देखना पड़ेगा, इसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि हमने एक बहादुर बेटा खो दिया। जो परिवार के साथ-साथ देश के प्रति भी ईमानदार था। चाचा ने बताया कि बेटी के 21 दिन पूरे होने के बाद उन्होंने पूरे गांव के लिए दावत का आयोजन किया था।
ओडिशा सीएम ने भी की बात
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। पटनायक ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें। बिस्वाल के परिवार को उनकी मौत की सूचना सेना मुख्यालय ने दी। उनका पार्थिव शरीर शनिवार को राज्य पहुंचने वाला है।
जांच कर रही है टीमें
पुंछ में सैन्य वाहन पर हमला करने में छह से सात आतंकियों के शामिल होने का शक है। इनकी तलाश में शुक्रवार को सेना तथा पुलिस ने 12 किलोमीटर के दायरे में फैले भाटादूड़ियां जंगल को घेर रखा है। खोजी कुत्ते, ड्रोन तथा हेलिकॉप्टर की मदद भी ली जा रही है। राजोरी के जंगलों को भी खंगाला जा रहा है। इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने पुंछ पहुंचकर सुबूत जुटाए हैं। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह तथा एडीजीपी मुकेश सिंह ने भी घटनास्थल का दौरा किया। उधर, घटना के बाद नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे दो जिलों राजोरी व पुंछ में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। जम्मू-पुंछ हाईवे पर भिंबर गली से पुंछ तक यातायात रोक दिया गया है। बम निरोधक दस्ता तथा एसओजी की टीम भी जांच में जुटी है। सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों को दो समूहों में छह से सात आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली है।
श्रद्धांजलि के बाद गांव के लिए रवाना किए पार्थिव देह
शहीद हुए जवानों को राजोरी के अल्फा टीसीपी स्थित सैन्य अस्पताल में श्रद्धांजलि देकर उनके पार्थिव शरीर पैतृक गांवों को भेजे गए। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों सहित एडीजीपी मुकेश सिंह, डीआईजी पुलिस डॉ. हसीब मुगल, एसएसपी अमृतपाल सिंह, उपायुक्त विकास कुंडल ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इसके बाद इनके पार्थिव शरीर जम्मू के लिए रवाना किए गए। सैन्य वाहन पर आतंकी हमले में शहीद हुए हवलदार मंदीप सिंह निवासी चाणकोइयां काकन, तहसील पायक जिला लुधियाना (पंजाब), लांसनायक कुलवंत सिंह निवासी गांव चारिक, जिला मोगा (पंजाब), सिपाही हरकिशन सिंह निवासी तलवंडी बार्थ, तहसील बटाला, जिला गुरदासपुर (पंजाब) के शव को घर के लिए रवाना किया गया। इसके अलावा सिपाही सेवक सिंह निवासी गांव बाघा, तहसील तलवंडी साबो, जिला बठिंडा (पंजाब) और लांसनायक देबाशीष निवासी अलगुम सामिल खंडायत, तहसील सत्यबाड़ी, जिला पुरी (ओडिशा) के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर उनके पैतृक निवास स्थानों के लिए विदा किए गए।