मणिपुर में तीन अगस्त की सुबह बिश्नुपुर जिले के नरसेना में स्थित इंडिया रिजर्व बटालियन ‘आईआरबी’ 2 के हेडक्वार्टर से लगभग 500 उपद्रवियों ने 400 से अधिक घातक हथियार लूट लिए हैं। 45 गाड़ियों में सवार होकर और पैदल आए उपद्रवियों की कुल संख्या 500 रही थी। इस लूट को अंजाम देने में केवल 30 मिनट लगे। उपद्रवियों ने 22000 से अधिक गोलियां भी लूट ली। इसके अलावा जो घातक हथियार लूटे गए हैं, उपद्रवी बड़ी संख्या में उनकी मैगजीन भी साथ ले गए।
पुलिस के मुताबिक, ये सुबह पौने दस बजे की घटना है। सुरक्षा बलों ने उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए 327 राउंड फायर किए। आंसू गैस के बीस गोले छोड़े गए, मगर उपद्रवियों का रास्ता नहीं रोका जा सका। सवाल उठता है कि मणिपुर में अधिकांश हिस्सों में सेना, असम राइफल, अर्धसैनिक बल और लोकल पुलिस की तैनाती के बावजूद उपद्रवी, आसानी से हथियार लूटने में कामयाब हो जाते हैं।
मणिपुर में तीन मई से जारी हिंसा पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है। सात मई से पहले जो हिंसा हुई थी, उसमें करीब 46 सौ हथियार लूटे गए थे। उनमें एके 47, एलएमजी, इनसास और कार्बाइन जैसे घातक हथियार भी शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान उपद्रवियों से अपील की थी कि वे बिना किसी देरी के लूटे गए हथियार जमा करा दें। इसके बाद तलाशी होगी और जिन लोगों के पास हथियार मिलेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। अभी तक करीब 1200 हथियार ही वापस आ सके हैं। मणिपुर में तीन दर्जन स्थानों से हथियार लूटे गए थे।
गुरुवार को नरसेना में स्थित इंडिया रिजर्व बटालियन ‘आईआरबी’ 2 के हेडक्वार्टर से जो हथियार लूटे गए हैं, उनमें स्वचालित हथियार भी शामिल हैं। हथियारों के साथ ही भारी संख्या में मैगजीन और गोला बारूद भी लूटा गया है। जिस तरह से यह लूट हुई है, उससे कई सवाल खड़े होते हैं। उपद्रवी जानते थे कि कोत ‘हथियार घर’ कहां पर है। वे सीधे ही वहां तक पहुंच जाते हैं। पांच सौ उवद्रवियों में से केवल 75 लोगों की टीम हथियारों तक पहुंचती है। बाकी लोग भीड़ के रूप में आईआरबी परिसर को घेरे रहते हैं।
पुलिस का दावा है कि उपद्रवियों को हटाने के लिए 327 राउंड फायर और आंसू गैस के बीस गोले छोड़े गए। हालांकि, वे उपद्रवियों को हथियारों तक पहुंचने और उन्हें गाड़ियों में भर कर ले जाने से नहीं रोक सके। जिस समय यह लूट हो रही थी, कोई दूसरी फोर्स मौके पर नहीं पहुंची, ये भी एक सवाल खड़ा हो रहा है।
AK राइफल और एक्स केलिबर राइफल भी लूट ली
- एके राइफल- 1
- एके राइफल की मैगजीन- 4
- घातक राइफल- 3
- घातक राइफल मैगजीन- 9
- एक्स केलिबर राइफल- 3
- एक्स केलिबर राइफल मैगजीन- 33
- 5.56 एमएम इनसास राइफल- 25
- 5.56 एमएम इनसास राइफल मैगजीन- 66
- 5.56 एमएम इनसास एलएमजी- 5
- 5.56 एमएम इनसास एलएमजी मैगजीन- 48
एसएलआर व एसएमसी कारबाइन मैगजीन भी ले गए
- एमपी-5 कारबाइन- 5
- एमपी-5 कारबाइन मैगजीन- 10
- 9 एमएम पिस्टल- 16
- 9 एमएम पिस्टल मैगजीन- 37
- 7.62 एमएम एसएलआर- 195
- 7.62 एमएम एसएलआर मैगजीन- 369
- एसएमसी कारबाइन- 21
- एसएमसी कारबाइन मैगजीन- 68
- 7.62 एमएम एलएमजी- 3
- 7.62 एमएम एलएमजी मैगजीन- 24
- स्पेयर बैरल- 5
- .303 एलएमजी- 1
डे लाइट टेलीस्कॉप इनसास एलएमजी लूटी
- स्पेयर बैरल- 2
- 51 एमएम मोर्टार- 3
- नंबर 36 हैंड ग्रेनेड- 124
- 4 सेक. डेटोनेटर- 74
- 7 सेक. डेटोनेटर- 50
- एएमओजीएच कारबाइन- 4
- एएमओजीएच कारबाइन मैगजीन-12
- वीएल पिस्तोल-1
- लेजर ऐम प्वाइंट-4
- डे लाइट टेलीस्कॉप इनसास एलएमजी-1
- बीपी जैकेट लाइट वेट-25
- केवलर-23
वीएल कारतूस इल्यूमिनेटिंग और 2 मोर्टार भी ले गए
- 51 एमएम एचई बम-81
- वीएल कारतूस रेड-12
- वीएल कारतूस इल्यूमिनेटिंग-12
- वीएल कारतूस ग्रीन-12
- जीएफ राइफल-23
- .22 राइफल-2
- मोर्टार- 2
- बेनोट विद् स्केबर्ड फॉर एके राइफल-70
- बेनोट विद् स्केबर्ड फॉर इनसास राइफल-25
- बेनोट विद् स्केबर्ड फॉर घातक राइफल-4
- बेनोट विद् स्केबर्ड फॉर एसएलआर राइफल-16
- टियर गैस गन-1
- बिनोकूलर केनन-1
- विभिन्न हथियारों में इस्तेमाल होने वाली 20000 गोलियां